खरीदने के पहले समझ लें इलेक्ट्रिक स्कूटर का गणित, वरना बाद में पछताएंगे

खरीदने के पहले समझ लें इलेक्ट्रिक स्कूटर का गणित, वरना बाद में पछताएंगे

हाइलाइट्स

इलेक्ट्रिक स्कूटरों की बैटरी रिप्लेसमेंट कॉस्ट सबसे ज्यादा है.
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर का इंश्योरेंस भी महंगा होता है.
बैटरी में स्कूटर की कीमत का 40% होता है खर्च.

नई दिल्ली. लोग इलेक्ट्रिक स्कूटर को यह समझकर खरीद रहे हैं कि इन्हें चलाने से पेट्रोल के खर्चे कम हो जाएंगे। वाकई में एक पेट्रोल बाइक को चलाने के खर्च की तुलना में इलेक्ट्रिक स्कूटर को चलाने का खर्च कम होता है. भले ही इलेक्ट्रिक स्कूटर आपको शुरुआत में महंगी मिले लेकिन अगर आप उसे डेली चलाते हैं तो हर महीने हजारों की बचत कर सकते हैं. चूंकि बिजली की टैरिफ पेट्रोल की कीमत से कम है, इसलिए इलेक्ट्रिक स्कूटर को काफी कम खर्च में चलाया जा सकता है.

हालांकि, यहां इलेक्ट्रिक स्कूटर को लेकर एक और भी पक्ष है जिसके बारे में लोग ज्यादा नहीं सोचते और बाद में उन्हें इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदना महंगा लगने लगता है. दरअसल इलेक्ट्रिक स्कूटरों की रनिंग कॉस्ट और मेंटेनेंस पर खर्च कम होता है, लेकिन यदि आपको बैटरी बदलवाने की जरूरत पड़ गई तो आपको इलेक्ट्रिक स्कूटर महंगा सौदा लगने लगेगा.

ऐसे समझें इलेक्ट्रिक और पेट्रोल टू-व्हीलर के खर्च में अंतर
इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने में आपको 40% ज्यादा कीमत का भुगतान करना पड़ता है. बाजार में आपको अच्छी माइलेज देने वाली एक पेट्रोल बाइक या स्कूटर आसानी 70,000 से 80,000 रुपये में मिल जाएगी. वहीं एक अच्छी रेंज वाली इलेक्ट्रिक स्कूटर 1.30 लाख से 1.50 लाख रुपये की कीमत में आती है. कीमत को देखें तो इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बाइक की तुलना में लगभग 50,000 रुपये महंगी है. भारत में पेट्रोल की कीमत लगभग 100 रुपये प्रति लीटर है. 50,000 रुपये में आप 500 लीटर पेट्रोल डलवा सकते हैं, यानी अगर बाइक की माइलेज 50 किलोमीटर प्रति लीटर है तो आप इतने पैसों में 25,000 किलोमीटर बाइक चला सकते हैं.

अगर आप इतनी दूरी एक इलेक्ट्रिक स्कूटर से तय करेंगे तो यकीनन 2,500-3,000 रुपये का बिजली बिल आएगा. लेकिन बात सिर्फ यहीं तक नहीं है. इलेक्ट्रिक स्कूटर के सबसे बड़े खर्चों के बारे में आपको बताया ही नहीं जाता.

यहां से शुरू होता है खेल
इलेक्ट्रिक स्कूटरों के साथ समस्या तब शुरू होती है जब आपका स्कूटर अच्छा खासा चल चुका होता है. स्कूटर के ज्यादा पुराना होने पर बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होने लगती है. दरअसल, बैटरी की भी एक लाइफ होती है जिसके बाद वह खराब होने लगता है. ज्यादा पुराना होने पर बैटरी चार्ज नहीं लेने लगती और कम दूर जाकर ही बैटरी खत्म हो जाती है. एक इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी लाइफ 4-5 साल की होती है.

मौजूदा समय में ज्यादातर कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर के बैटरी की कीमत स्कूटर की कीमत का 40 प्रतिशत से भी ज्यादा है. होता है. यानी अगर स्कूटर की कीमत 1.50 लाख रुपये है तो उसकी नई बैटरी पर आपको 60,000 रुपये से भी ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे। उदाहरण के तौर पर ओला एस1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की कीमत 87,000 रुपये के आस-पास है, वहीं स्कूटर की एक्स-शोरूम कीमत 1.40 लाख रुपये है. ज्यादातर लोगों को एक बार में इतनी मोटा रकम खर्च करना महंगा लगता है.

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