हाइलाइट्स
जल्द ही देश में फ्लैक्स फ्यूल कारों को लॉन्च किया जाएगा.
इन कारों को एक अलग स्टीकर के साथ सेल किया जाएगा.
इन कारों का माइलेज पेट्रोल डीजल के मुकाबले ज्यादा होगा.
नई दिल्ली. तेजी से बढ़ते प्रदूषण के बाद अब सरकार ने स्क्रैपेज पॉलिसी जैसे कड़े निर्णय लेना शुरू कर दिया है. इसी के तहत अब ई 20 पेट्रोल की बिक्री भी शुरू हो गई है. वहीं इस फ्यूल को सपोर्ट करने वाली गाड़ियों को बनाने के भी ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स को निर्देश हैं. इसी के साथ एक नई टेक्नोलॉजी पर बेस्ड गाड़ियां भी जल्द ही इंडियन ऑटो मार्केट में देखी जाएंगी. ये होंगी फ्लैक्स फ्यूल पर चलने वाली कारें. इनकी रनिंग कॉस्ट कम होगी और ये प्रदूषण भी पेट्रोल या डीजल कारों के मुकाबले कम करेंगी. इन कारों को के साथ ही फ्लैक्स फ्यूल व्हीकल का स्टीकर भी अनिवार्य तौर पर ऑटो कंपनियों को देना होगा जो इन्हें पेट्रोल और डीजल कारों से अलग करेगा.
ये स्टीकर उसी तरह से अनिवार्य होता जैसे फिलहाल पीयूसी या फास्टैग का स्टीकर कार खरीदने के दौरान ही आपको कंपनी की ओर से दिया जाता है. हालांकि पीयूसी का स्टीकर आपको समय समय पर रिन्यू करवाना पड़ता है लेकिन फ्लैक्स फ्यूल स्टीकर केवल कार को एक अलग पहचान देने के लिए होगा.
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दरअसल इलेक्ट्रिक कारों के साथ ही पेट्रोल और डीजल कारों की बिक्री भी बढ़ रही है. ऐसे में सरकार ने अब फ्लैक्स फ्यूल को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के रूप में देखा है. यही वजह है कि इसे वैकल्पिक ईंधन भी कहा जाता है. यह पेट्रोल और इथेनॉल के मिश्रण से तैयार किया जाता है. इसे अल्कोहल बेस फ्यूल भी कहते हैं क्योंकि इसमें इथेनॉल का इस्तेमाल होता है, जिससे गन्ने, मक्का जैसी फसलों से तैयार किया जाता है.
क्या होगा नया
इस फ्यूल पर चलने वाली कारें 35 प्रतिशत तक कम प्रदूषण करेंगी. इसी के साथ ये काफी साइलेंट होंगी और इनका माइलेज भी पेट्रोल या डीजल कारों के मुकाबले काफी ज्यादा होगा. वहीं गैस पर चलने वाली कारें जैसे सीएनजी या एलपीजी की समस्याओं से भी ये दूर होंगी. ये पूरी तरह से सुरक्षित कारें होंगी और कम मेंटेनेंस के साथ आएंगी. पेट्रोल, डीजल, सीएनजी या एलपीजी के मुकाबले फ्लैक्स फ्यूल की कीमत भी कम बताई जा रही है. हालांकि ये किस कीमत में आएगा इस संबंध में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई है.
क्या होगा बदलाव
क्योंकि ये भी एक आईसी इंजन पर बेस्ड तकनीक ही है इसलिए इसके इंजन में ज्यादा चेंज नहीं होगा. इस फ्यूल से चलने वाली कारें बिल्कुल वैसे ही काम करेंगी जैसे पेट्रोल या डीजल की कारें करती हैं. इसमें भी आप फ्यूल पंप से ही भरवा सकेंगे. इसके इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार ने काम करना भी शुरू कर दिया है.
क्या होंगी कीमत
फ्लैक्स फ्यूल से चलने वाली कारों की कीमत भी पेट्रोल या डीजल कारों के समान ही होगी. हालांकि ये उनसे भी कहीं सस्ती आपको मिल सकती हैं क्योंकि सरकार इन पर सब्सिडी देने के बारे में विचार कर रही है. ऐसा होता है तो इलेक्ट्रिक कारों की तरह ही इनको खरीदने पर आपको बड़ा फायदा हो सकता है.