परेशान न हों, नुकसान का नहीं फायदे का सौदा है Scrappage Policy

परेशान न हों, नुकसान का नहीं फायदे का सौदा है Scrappage Policy

हाइलाइट्स

कार स्क्रैप पर नई गाड़ी के शोरूम प्राइज़ पर 4 से 6 प्रतिशत का डिस्काउंट मिलता है.
नई गाड़ी पर 5 प्रतिशत तक का एडिशनल डिस्काउंट भी मिलता है.
एक पुरानी कार 11 नई कारों के बराबर धुआं छोड़ती है.

नई दिल्ली. स्क्रैपेज पॉलिसी (Scrappage Policy 2023) के देश में लागू होने के बाद से ही कार रखने वाले लोग परेशान हैं. वे अपनी पुरानी गाड़ी को कबाड़ में जाते नहीं देखना चाहते हैं. साथ ही उनके मन में एक प्रबल भाव है कि उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. ज्यादातर लोगों का मानना है कि स्क्रैप करने उनको किसी तरह का फायदा नहीं हो रहा है और सरकार इस पॉलिसी के माध्यम से उन पर अतिरिक्त बोझ डालने की कोशिश में है. क्या आपको भी ऐसा ही लगता है?

अगर आपको लगता है कि गाड़ी स्क्रैप करने से गाड़ी किसी काम की नहीं रहेगी, उससे बेहतर तो कोई यूज ही कर ले, तो आपका सोचना गलत है. जब आप अपनी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करते हैं तो सरकार भी ये मानती है कि आपने पर्यावरण को बचाने की दिशा में अहम योगदान दिया है. तो स्क्रैपिंग के बदले आपको नई गाड़ी पर अलग-अलग डिस्काउंट ऑफर किए जाते हैं.

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गाड़ी स्क्रैप करने के क्या फायदे हैं?

  • भारत की व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी के तहत अगर आप अपनी अनफिट गाड़ी को स्क्रैप करते हैं तो नई गाड़ी के शोरूम प्राइस पर आपको 4 से 6 प्रतिशत तक का डिस्काउंट मिल सकता है.
  • गाड़ी स्क्रैप करने पर आपको एक सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट मिलता है. जो कि इस बात का सबूत होता है कि आपने एक ऑथोराइज्ड व्हीकल स्क्रैपिंग फेसिलिटी में अपनी गाड़ी दी है. इस सर्टिफिकेट को दिखाने पर आपकी नई गाड़ी की रजिस्ट्रेशन फीस (Vehicle Registration Fee) में या तो आपको डिस्काउंट मिलेगा, या फिर रजिस्ट्रेशन फीस पूरी तरह माफ हो जाएगी.
  • पुरानी गाड़ी स्क्रैप करने पर रोड टैक्स में भी छूट मिलती है. ये छूट प्राइवेट गाड़ियों पर 25 प्रतिशत तक होती है, वहीं कमर्शियल गाड़ियों पर 15 प्रतिशत तक की छूट दी जाती है.
  • सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट देने पर अपनी नई गाड़ी की निर्माता कंपनी से 5 प्रतिशत तक का एडिशनल डिस्काउंट भी मिल सकता है.

क्या है व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी का मकसद?
भारत सरकार ने हाल ही में व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी लागू की है. इस पॉलिसी का मकसद पुरानी गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को कम करना है. मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवेज के मुताबिक, एक पुराना ट्रक 14 नए ट्रकों के बराबर धुआं छोड़ता है. इसी तरह एक पुरानी कार 11 नई कारों और टैक्सी के बराबर धुआं छोड़ता है. पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप करने से गाड़ियों से निकलने वाले धुएं में 15 से 20 प्रतिशत तक की कमी लाई जा सकती है. ये कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए बेहद जरूरी है.

कैसे पता चलेगा कि गाड़ी को स्क्रैप कराने की जरूरत है?
यदि आपकी डीजल कार को 10 साल हो गए हैं तो इसे नियमों के तहत आपको स्क्रैप करवाना होगा. वहीं आप यदि पेट्रोल कार चलाते हैं तो इसकी उम्र 15 साल की होती है. 15 साल के बाद व्हीकल को स्क्रैप करवाना अनिवार्य है.

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