ढोल-नगाड़े, बैंड बाजे के साथ ठाट-बाट से निकली शोभायात्रा: हाथी, घोड़े, अघोड़ी डांस करते कलाकारों के साथ पहुंची जौहर स्थली, उमड़ा जनसैलाब Newshindi247

ढोल-नगाड़े, बैंड बाजे के साथ ठाट-बाट से निकली शोभायात्रा: हाथी, घोड़े, अघोड़ी डांस करते कलाकारों के साथ पहुंची जौहर स्थली, उमड़ा जनसैलाब Letest Hindi News

चित्तौड़गढ़37 मिनट पहले

करतब दिखाते हुए घोड़े।

ढोल नगाड़े, बैंड बाजे, हाथी, करतब दिखाते हुए घोड़े, शक्ति प्रदर्शन करते हुए अखाड़े के पहलवान, अघोड़ी डांस करते आर्टिस्ट, तलवार हाथों में लिए नारी शक्ति, एकलिंग नाथ की मूर्ति, वीरांगनाओं की जौहर की प्रतिमा, धर्मगुरुओं का आशीर्वाद और मेवाड़ घराने के पूर्व महाराज कुमार विश्व राज सिंह मेवाड़ ….

यह नजारा था मेवाड़ के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाली वीरांगनाओं की याद में निकाली गई शोभायात्रा का। ठाठ-बाठ के साथ यह शोभायात्रा दुर्ग के जौहर स्थली पहुंची। जहां अतिथियों ने पूजा और यज्ञ किए। इसके बाद यह शोभायात्रा दुर्ग स्थित फतेहप्रकाश महल में जाकर खत्म हुई। वहां देश के कई मंत्री मेहमान बन कर समारोह में शामिल हुए।

जोहर श्रद्धांजलि समारोह के आखिरी दिन आज शनिवार को सुबह विशाल शोभायात्रा भोपाल राजपूत छात्रावास से निकली, जो कलेक्ट्री चौराहा, पुरानी पुलिया, सुभाष चौक, गोल प्याऊ, मिठाई बाजार होते हुए पाडन पोल तक पहुंची। उसके बाद वहां से दुर्ग की चढ़ाई शुरू हुई। शोभायात्रा में सबसे आगे घोड़े थे, जो करतब दिखा रहे थे। इसके पीछे हाथी, बैंड बाजा, ढोल नगाड़े के साथ शोभायात्रा आगे बढ़ रही थी। वहां पर व्यायामशाला के पहलवान अखाड़ा प्रदर्शन कर रहे थे। इसके अलावा महिलाएं भी तलवार लिए आगे चल रही थीं। कलेक्ट्री चौराहे से महाराज कुमार विश्वराज सिंह मेवाड़, उनकी पत्नी महिमा कुंवर मेवाड़ और उनकी माता महारानी निरुपमा कुमारी मेवाड़ शामिल हुए। वहीं, आगे बाड़मेर के धर्मगुरू श्री श्री 1008 प्रताप पुरी महाराज और नागौर के धर्मगुरु श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी कुशाल गिरी महाराज भी थे, जिनके दर्शन के लिए मौके पर भीड़ जमा हो गई।

अघोरी डांस ने किया सबको आकर्षित।

शोभा यात्रा को देखने के लिए उमड़ी भीड़

बिना रोक-टोक के इतना बड़ा आयोजन लगभग तीन साल बाद देखने को मिला। 2 साल तो कोरोना महामारी के प्रकोप में कार्यक्रम ही नहीं हुए जबकि पिछले साल कार्यक्रम इतने बड़े स्तर पर आयोजित नहीं हुआ था। इस बार लोगों का उत्साह देखते ही बना। मौके पर शोभायात्रा को देखने के लिए शहर की सारी पब्लिक एकत्रित हो गई थी। हर धर्म, संगठन, संस्था के लोगों ने शोभायात्रा पर फूल बरसा कर उनका स्वागत किया। इस दौरान जगह-जगह लोगों के पानी और शरबत पीने की व्यवस्था थी। शोभायात्रा में अघोरी रूप लिए हुए कलाकारों ने अपने अघोरी डांस से सबका मन मोह लिया।

धर्म गुरुओं के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़।

धर्म गुरुओं के दर्शन के लिए उमड़ी भीड़।

जौहर स्थली पहुंच कर वीरांगनाओं को दी श्रद्धांजलि

शोभा यात्रा दुर्ग के जौहर स्थली पहुंची, जहां पूजा और यज्ञ हुआ। वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उसके बाद दुर्ग स्थित फतेह प्रकाश महल में मुख्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। जहां दोनों धर्म गुरुओं के अलावा क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर, भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शक्तावत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल वीपी सिंह, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, पूर्व मंत्री और विद्याधर नगर जयपुर के विधायक नरपत सिंह राजवी, चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राजस्थान सरकार प्रताप सिंह खाचरियावास, मारवाड़ जंक्शन के विधायक खुशवीर सिंह जोजावर शामिल हुए।

शोभा यात्रा में काफी भीड़ देखी गई।

शोभा यात्रा में काफी भीड़ देखी गई।

गायब रहे कुछ मेहमान

मंच पर राजघराने की महारानी निरुपमा कुमारी मेवाड़, महाराज कुमार विश्वराज सिंह मेवाड़, उनकी पत्नी महिमा कुंवर मेवाड़ शामिल हुए। वहीं, आमंत्रित किए हुए कई मेहमान पूरे आयोजन से गायब थे। यहां पर पूर्व वल्लभ नगर के विधायक महाराज रणधीर सिंह, खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना, आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़, वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड राजस्थान सरकार के अध्यक्ष गोपाल सिंह ईडवा और धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति विभाग के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जाड़ावत पूरे आयोजन में नहीं दिखे।

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Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-18 14:33:48

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