कठिन चुनौती भी नहीं बन पाई बाधा: ट्रैकिंग से अस्थमा खत्म हुआ, तो ऐसा जुनून चढ़ा कि सातों महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी फतह की Newshindi247

कठिन चुनौती भी नहीं बन पाई बाधा: ट्रैकिंग से अस्थमा खत्म हुआ, तो ऐसा जुनून चढ़ा कि सातों महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी फतह की Letest Hindi News
रांची3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
कॉलेज तक इन्हेलर के बगैर चल भी नहीं पाता था
जब मैं क्लास-2 में था, तब अस्थमा का अटैक आया। इन्हेलर लेना रूटीन था। कॉलेज तक इन्हेलर के बगैर चल भी नहीं पाता था। 2008 में एक बार दोस्तों के साथ तमिलनाडु के पर्वतमलाई ट्रेकिंग करने गया, मेरे बैग में कई इन्हेलर थे। जब ऊपर पहुंचा तो अहसास हुआ कि मैंने एक बार भी इन्हेलर नहीं लिया। फिर मुझे पहाड़ों से प्यार हो गया।
हर हफ्ते ट्रैकिंग पर जाने लगा। 2010 में पहली बार एवरेस्ट बेस कैंप गया और चढ़ाई का प्रण किया। पर कठिनाई का पता चल तो दार्जिलिंग गया। माउंटेनियरिंग का कोर्स किया। वहां से एडवेंचर के लिए अफ्रीका गया और किलिमंजारो की चढ़ाई शुरू की, वहीं सातों महाद्वीप के सबसे ऊंचे शिखर सेवन समिट्स या सप्त शिखर का पता चला।
सातों शिखरों पर सफलतापूर्वक चढ़ना पर्वतारोहण की सबसे कठिन चुनौती मानी जाती है। इसमें सबसे बड़ी बाधा पैसों की थी। कॉलेज से कुछ फंड मिला, मम्मी-पापा ने अपने सेविंग्स मुझे दे दिए। कई स्पॉन्सर मिले। लोन भी लिया। क्राउड फंडिंग मिले। 2015 में एवरेस्ट बेस कैंप पहुंचे तो उसी समय एवरेस्ट का सबसे बड़ा भूकंप आया और 21 लोग मारे गए। हमारा ट्रैकिंग कैंसिल हो गया। मेरे 18 लाख डूब गए। फिर भी मैंने हार नहीं मानी।
2016 में नेपाल सरकार ने परमिट फी माफ कर दिया, भैया से उधार लेकर एवरेस्ट चढ़ गया। फिर एक-एक कर सातों शिखर पर चढ़ा और ज्वालामुखी पर भी चढ़ाई की। वर्ष 2018 में उसी समय पता चला कि अगर एक और ज्वालामुखी पर चढ़ाई कर लूं तो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकता हूं। लेकिन खर्च इतना लगता कि हिम्मत नहीं हो रही थी। बड़ा लोन लेकर उसे भी पूरा किया, अभी भी लोन भर रहा हूं। जनवरी 2019 में सबसे कम उम्र में सातों शिखर और सातों ऊंची ज्वालामुखी पर चढ़ने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया। ऑस्ट्रेलिया के डेनियल वूल का रिकॉर्ड तोड़ 35 साल 9 महीने में रिकॉर्ड बनाया।
अब एक और नया रिकॉर्ड एक्सप्लोरर ग्रैंड स्लैम बनाना चाहता हूं, इसमें सातों महाद्वीपों की ऊंची चोटियों, ज्वालामुखी के साथ दक्षिणी ध्रुव और उत्तरी ध्रुव पर चढ़ाई शामिल होती है। इसमें सिर्फ उत्तरी ध्रुव बचा है। इसके लिए 15 लाख की जरूरत है।
7 लाख जमा कर दिए हैं। बाकी के लिए देश में घूमकर फंड जमा कर रहा हूं। लिम्का बुक ऑफ इंडिया में भी मेरा नाम दर्ज है, क्योंकि यह रिकॉर्ड करने वाला एकमात्र भारतीय हूं। 31 मार्च से उत्तरी ध्रुव की चढ़ाई करने का इरादा है। यह रिकॉर्ड जलवायु परिवर्तन व ग्लोबल वार्मिंग की जागरूकता के लिए कर रहा हूं।
Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-18 23:13:12