प्रयागराज में दो दिवसीय सेमिनार का भव्य उद्घाटन: जितेंद्र नाथ बोले- सूचना और संचार प्रौद्योगिकी ने आज के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान बनाया है Newshindi247

प्रयागराज में दो दिवसीय सेमिनार का भव्य उद्घाटन: जितेंद्र नाथ बोले- सूचना और संचार प्रौद्योगिकी ने आज के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान बनाया है Letest Hindi News
प्रयागराज9 मिनट पहले
प्रयागराज के कुलभाष्कर आश्रम स्नातकोत्तर महाविद्यालय में “एनईपी के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में उच्च शिक्षा प्रणाली में आईसीटी की भूमिका 2020” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. एके सिंह, कुलपति, प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय रहे। कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर प्रो. ब्रह्मदेव निदेशक उच्च शिक्षा निदेशालय रहे। वहीं, मुख्य संरक्षक जितेंद्र नाथ सिंह अध्यक्ष कायस्थ पाठशाला रहे।
दुनिया तेजी से डिजिटल तकनीक को अपनाने की ओर अग्रसर है
मुख्य संरक्षक जितेंद्र नाथ ने कहा कि आज की राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय अत्यन्त महत्वपूर्ण एवं प्रासंगिक है। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी ने मानव जीवन के सभी पहलुओं में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है और दुनिया तेजी से डिजीटल तकनीक को अपनाने की ओर अग्रसर है। भारत की पारंपरिक शिक्षा प्रणाली जिसमें कक्षाओं में प्रत्यक्ष रूप से पठन-पाठन हो रहा था, इसमें भी इस तकनीकी ने अपना महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। पिछले वर्षों में विश्वव्यापी कोरोना महामारी ने शिक्षा के क्षेत्र में ICT की उपयोगिता को गुरुतर सिद्ध किया है।
शैक्षिक अवसरों को विस्तृत करने, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास एवं शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ICT एक प्रभावशाली साधन है। मुझे विश्वास है कि इस कार्यशाला में विद्वान अतिथियों द्वारा दिये गये सुझाव के साथ वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत शोध पर मन्थन के पश्चात् लक्ष्य के अनुरूप प्राप्त निष्कर्ष उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विकास हेतु नीति तथा रणनीति बनाने में अहम् भूमिका निभायेगी। अंत में कहा एक बार पुनः मैं महाविद्यालय की प्राचार्या तथा पूरे आयोजक मण्डल को इस आयोजन हेतु बधाई देता हूँ साथ ही इसकी सफलता की भी शुभकामनाएं देता हूं।
विद्यार्थियों को भौतिक रूप से शिक्षा देना बहुत ही आवश्यक है
सम्मानित अतिथि प्रो. ब्रह्मदेव ने कहा आज प्रत्येक विद्यार्थियों के हाथ में लैपटॉप और मोबाइल आ गया है और हमारे विद्यार्थी रात रात भर जागकर मोबाइल चलाया करते हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि वह गलत दिशा में जा रहे हैं आगे कहा जिस तरह से हम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का प्रयोग कर रहे हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि हम इन डिवाइसेज के मानसिक गुलाम, अवसाद के मरीज हो रहे हैं आज के विद्यार्थियों को भौतिक रूप से शिक्षा देना बहुत ही आवश्यक है।
Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-15 10:00:42