हिंदी की कक्षाएं बंद: स्पोर्ट्स गतिविधियां में हिंदी टीचर की ड्यूटी लगने पर छात्राओं ने प्रिंसिपल के खिलाफ की नारेबाजी Newshindi247

हिंदी की कक्षाएं बंद: स्पोर्ट्स गतिविधियां में हिंदी टीचर की ड्यूटी लगने पर छात्राओं ने प्रिंसिपल के खिलाफ की नारेबाजी Letest Hindi News
करनालएक घंटा पहले
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राजकीय महिला कॉलेज घरौंडा में छात्राएं हिंदी के लेक्चरर पर स्पोर्ट्स गतिविधियां कराने को लेकर विरोध जताते हुए ।
राजकीय महिला कॉलेज घरौंडा बसताड़ा में शनिवार दाेपहर काे छात्राओं ने हिंदी प्राध्यापक की खेल गतिविधियों में डयूटी लगाने को लेकर प्रिंसिपल के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि हिंदी प्राध्यापक सतीश पर जानबूझकर स्पोर्ट एक्टिविटी करने के आदेश दिए हैं। जिसके कारण वे हमारी हिंदी की कक्षाएं नहीं ले पा रहे। ऐसे में हमारी पढ़ाई खराब हो रही है। छात्राओं द्वारा नारेबाजी को देखते हुए प्रिंसिपल ने मामले को शांत करने के लिए पुलिस को कॉलेज में बुलाया गया। जहां मौके पर डायल 112 व मधुबन एसएचओ पहुंचे। जहां दोनों पक्षों से पुलिस ने एक घंटा बातचीत की। जिसके बाद दोनों पक्षों की ओर से पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई। दोनों पक्षों की मामले को लेकर कुछ देर बाद आपसी सहमति हो गई। कॉलेज घरौंडा में हिंदी के प्राध्यापक सतीश और विक्रम हैं। जबकि कॉलेज के वर्कलोड के अनुसार एक ही हिंदी प्राध्यापक की जरूरत है। वहीं दूसरी ओर कॉलेज में फिजिकल एजुकेशन को लेकर एक भी स्पोर्ट्स टीचर नहीं है। यही हालत जिले के कई कॉलेजों में है। जो खेल गतिविधियां कराने के लिए दूसरे विषय के प्राध्यापकों को डयूटी निभानी पड़ रही है। जिससे प्राध्यापक अपने विषय को पढ़ाने पर समय नहीं दे पाते हैं।
}दोनों पक्षों ने पुलिस को नहीं दी कोई शिकायत, मामले को लेकर कई घंटों बाद हुई आपसी सहमति
कैसे बनाएं खेल गतिविधियों के प्लान हिंदी के प्राध्यापक सतीश ने बताया कि वह कैसे खेल गतिविधियों का प्लान बनाए। सतीश ने आरोप लगाते हुए कहा कि कॉलेज के प्रिंसिपल की ओर से मुझे पर दबाव बनाकर 20 मार्च तक खेल गतिविधियों का पूरा प्लान मांगा जा रहे हैं। जबकि मैं हिंदी का प्राध्यापक हूं। मुझे खेल के नियमों का पता नहीं है। , कॉलेज में खेलने के लिए मैदान व सामान उपलब्ध है।
प्रिंसिपल ने कहा- अक्टूबर में मीटिंग में लिया गया था फैसला, अब आदेश आएं हैं राजकीय महिला कॉलेज घरौंडा के प्रिंसिपल डॉ. पीयूष ने बताया कि अक्टूबर में स्टॉफ मीटिंग हुई थी। स्पोर्टस गतविधियों में सतीश के अलावा तीन सदस्य कमेटी में शामिल है। तब ही हिंदी के प्राध्यापक को एजुकेशन की न्यू पॉलिसी के अनुसार स्पोर्टस गतिविधियां कराने के आदेश दिए थे। लेकिन अब डयूटी निभाने का समय आया तो उन्होंने कार्य करने की बजाए छात्राओं को भड़का कर मेरे खिलाफ नारेबाजी कराई गई है। सभी कॉलेजों में स्पोर्ट्स के टीचर नहीं है। फिर भी स्पोर्टस गतिविधियां करा रहे हैं।
Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-19 00:21:26