अंबाजी में भक्तों की पसंद मोहनथाल: पहले ही दिन मोहनथाल प्रसाद के 14 हजार पैकेट बिके, चिक्की के सिर्फ 1600 Newshindi247

अंबाजी में भक्तों की पसंद मोहनथाल: पहले ही दिन मोहनथाल प्रसाद के 14 हजार पैकेट बिके, चिक्की के सिर्फ 1600 Letest Hindi News
अंबाजी39 मिनट पहले
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हाल ही में मोहनथाल प्रसाद की जगह चिक्की का वितरण होने लगा था।
अंबाजी मंदिर में शुक्रवार को मोहनथाल का प्रसाद शुरू होने के बाद शनिवार को मोहनथाल का प्रसाद लेने के लिए बड़ी संख्या में भक्तों की कतार लगी रही। वहीं चिक्की के प्रसाद का वितरण कम होता जा रहा है। पहले दोनों मोहनथाल अंबाजी मंदिर में चल रहे थे। फिर आम दिनों में मोहनथाल के 15 हजार पैकेट बिके। जबकि चिक्की के सिर्फ 2500 पैकेट बिके थे। वहीं पूर्णिमा के दिन मोहनथाल के एक लाख पैकेट और चिक्की के 15 हजार पैकेट ही बिके थे।

अब मंदिर में मोहनथाल के साथ चिक्की का भी वितरण हो रहा है।
चिक्की की बिक्री अचानक कम हो गई
इसके बाद जब मोहनथाल का प्रसाद अंबाजी मंदिर में बंद किया गया तब चिक्की की बिक्री भी बढ़ गई। 10 दिन में लगभग 2 लाख 12 हजार पैकेट चिक्की के बेचे गए, लेकिन जब फिर से मोहनथाल ने मंदिर में प्रवेश किया तब कहीं न कहीं चिक्की का प्रसाद साइड में होने लगा है। क्योंकि मोहनथाल के मंदिर में प्रवेश के बाद से ही चिक्की की बिक्री अचानक कम हो गई। मोहनथाल प्रसाद के प्रवेश के साथ ही 14 हजार पैकेट की बिक्री हो गई जबकि चिक्की के 1600 ही पैकेट बिके थे।

विश्व विख्यात शक्तिपीठ अंबाजी गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित है।
मोहनथाल अंबाजी मंदिर की पहचान
बता दें कि फिलहाल भक्तों की पहली पसंद मोहनथाल ही है और भक्तगण आज भी मोहनथाल को ही प्रसाद के रूप में अपना रहे है। क्योंकि यह प्रसाद ही अंबाजी मंदिर की पहचान है और कई वर्षों से भक्तगण यहीं प्रसाद लेते रहे हैं और आज भी इसी प्रसाद को प्राथमिकता दे रहे हैं।
Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-19 07:03:30