रोहतक PGI में PG स्टूडेंट की वर्कशॉप आयोजित: हार्ट अटैक आने पर तुरंत दें प्राथमिक चिकित्सा, प्रत्येक चिकित्सक को आना चाहिए सीपीआर Newshindi247

रोहतक PGI में PG स्टूडेंट की वर्कशॉप आयोजित: हार्ट अटैक आने पर तुरंत दें प्राथमिक चिकित्सा, प्रत्येक चिकित्सक को आना चाहिए सीपीआर Letest Hindi News
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रोहतक2 घंटे पहले
रोहतक पीजीआइ में पीजी छात्रों को वर्कशॉप के दौरान जानकारी देते हुए
हरियाणा के रोहतक स्थित PGIMS की स्किल लैब में डेंटल कॉलेज के पीजी छात्रों के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें पहुंचे मुख्यातिथि पीजीआईएमएस निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने कहा कि यदि हम चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो हमें आपातकाल में तुरंत प्रभाव से मरीज को अत्याघात आने पर तुरंत प्रभाव से उसको सीपीआर देकर बचाने की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
रोहतक पीजीआइ में पीजी छात्रों को वर्कशॉप के दौरान जानकारी देते हुए
उन्होंने कहा कि जब तक एंबुलेंस मरीज के पास नहीं आती, हम उसको बचाने का अपना भरपूर प्रयास कर सकते हैं। एक अच्छा चिकित्सक वही होता है जो सदैव मरीजों की जान बचाने के लिए तत्पर रहता है। वर्कशाप के लिए स्किल लैब के इंचार्ज डॉ. प्रशांत कुमार व कोर्डिनेटर डॉ. अमरिश ने पीजी छात्रों को जरूरी जानकारी दी।
अस्पताल का प्रत्येक कर्मचारी सीखे तकनीक
निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने कहा कि वें चाहते हैं अस्पताल का हर कर्मचारी इस तकनीक को सीखे, ताकि किसी भी आपात स्थिति में मरीज की जान को बचाने में सहयोग दे सकें। पीजीआईडीएस के प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी ने कहा कि पीजी छात्रों की ट्रेनिंग की वजह से यदि कम से कम एक व्यक्ति की जान भी बच गई तो वह किसी परिवार के लिए बहुत बड़ी बात होगी।

रोहतक पीजीआइ में आयोजित वर्कशॉप में भाग लेने पहुंचे पीजी छात्र
कृत्रिम अंगों से दी ट्रेनिंग
स्किल लैब के इंचार्ज डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि सभी प्रतिभागियों को अलग-अलग छोटे ग्रुप बनाकर कृत्रिम अंगों पर हैंडस ऑन ट्रेनिंग दी गई। कोर्स के दौरान इन्हें सिखाया जाएगा कि हृद्य गति रुकने की स्थिति की पहचान कर कैसे आगे मैसेज भेजा जाए और मरीज की छाती की सम्पीडन दें। कृत्रिम सांस देते हुए अस्पताल से आने वाली स्पेशलाइजड टीम के आने तक उसकी जान कैसे बचाई जाए।
शॉक थैरेपी भी सिखाई
डॉ. प्रशांत ने बताया कि मरीज को कृत्रिम सांस देने की तकनीक, दिल की धड़कन बंद होने पर शॉक थैरेपी देने, एयर वे मैनजमेंट के बारे मे विस्तार से सिखाया गया। उन्होंने कहा कि कौशल प्रयोगशाला में प्रशिक्षण छात्रों और शिक्षकों दोनों को नियंत्रित वातावरण में सीखने का असीमित अवसर देता है जो सर्वोत्तम योग्यता वाले डॉक्टरों में परिवर्तित होता है।
Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-19 10:59:22