सरदारपुरा में हुई डकैती का खुलासा, 14 लाख बरामद: 3 दिन गोवा में रुकी पुलिस, कैसिनो खेलते दबोचा सरगना Newshindi247

सरदारपुरा में हुई डकैती का खुलासा, 14 लाख बरामद: 3 दिन गोवा में रुकी पुलिस, कैसिनो खेलते दबोचा सरगना Letest Hindi News
जोधपुरएक घंटा पहले
पुलिस अब इस डकैती में शामिल अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है।
जोधपुर.
पुलिस कमिश्नरेट की सरदारपुरा थाना पुलिस ने व्यापारी के साथ हुई डकैती का खुलासा करते हुए मास्टरमांड पवन सोलंकी सहित तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है। इनके कब्जे से डकैती के 14 लाख 6 हजार रूपए भी बरामद किए गए। वारदात में प्रयुक्त कार भी पुलिस ने बरामद की है। घटना में जोधपुर के अलावा शेखावटी की गैंग भी शामिल थी। इस गैंग के दो सदस्यों को झुंझुनु पुलिस ने किसी अन्य मामले में पकड़ा है।
डीसीपी गौरव यादव ने बताया कि डकैती के बाद सभी ने आपस में पैसों का बंटवारा किया। इसके बाद अलग अलग दिशाओं में भाग गए। पवन सोलंकी नेपाल भाग गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरदारपुरा थाना टीम और साइबर टीम की मदद ली गई। कई सीसीटीवी भी देखने के बाद रैकी करने वाले व्यक्ति की पहचान की।
जिसमें हिस्ट्रीशीटर पवन सोलंकी का नाम सामने आया।
बदमाशों से पुलिस ने 14 लाख 6 हजार रुपए जब्त किए हैं। डकैती के बाद सभी ने आपस में पैसों का बंटवारा किया था।
इसके बाद पुलिस ने नेपाल और बाद में गोवा के केसीनो में दबिश देकर उसे साथियों के साथ पकड़ा। इसका लाॅरेंस विश्नोई गैंग से भी कनेक्शन सामने आ चुका है। लाॅरेंस गैंग के लोगों को शेल्टर देने के आरोप में इसे पूर्व में गिरफतार किया जा चुका है।
रैकी करने वाले से हुई पहचान
घटना के बाद सीसीटीवी डीवीआर भी बदमाश अपने साथ ले गए। इसके चलते आरोपियों को पकड़ना चुनौतीपूर्ण था। पुलिस की तकनीकी टीम ने आस-पास की दुकानों में लगे सीसीटीवी के आधार पर सबसे पहले रैकी करने वाले एक युवक सुनील उर्फ बिट्टु की पहचान की गई। वहीं एक आई 20 कार में संदिग्ध युवक नजर आए जिनकी पड़ताल शुरू की गई।
पुलिस ने सबसे पहले रैकी करने वाले युवक सुनील उर्फ बिट्टु पुत्र मोमराज विश्नोई निवासी कुड़ को पकड़ा। पुलिस पूछताछ में उसने पवन सोलंकी व अन्य साथियों के साथ वारदात करना स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने पवन व उसके साथियों की तलाश शुरू की। सुनील के खिलाफ विभिन्न थानों में 11 मामले दर्ज है।

पुलिस ने इन बदमाशों से एक कार भी बरामद की है। जिस पर किसी अन्य कार के नंबर लिखे हुए थे।
नेपाल से हुआ फरार
पवन सोलंकी की तलाश में पुलिस ने नेपाल पुलिस के सहयोग से नेपाल में उसकी तलाश की, लेकिन उसे पुलिस के आने की भनक लग गई। ऐसे में वो अपने साथियों के साथ वहां से भागकर गोवा आ गया। इस पर पुलिस ने तकनीकी मदद से उसकी तलाश जारी रखी। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या का प्रयास, डकैती, मारपीट, आम्र्स एक्ट के 15 मामले दर्ज है।
3 दिन गोवा में की तलाश
थाना अधिकारी सोमकरण ने बताया टीम को तकनीकी सूचना के आधार पर पवन सोलंकी की लोकेशन गोवा की मिली। इसके बाद पुलिस टीम ने एसआई लक्ष्मी, हैड कांस्टेबल शकील खान, प्रेम चैधरी, कैलाश राजपुरोहित, अविनाश बाबल व राजाराम डूडी को गोवा भेजा। पुलिस की टीम तीन दिन गोवा के बीच पर उसकी तलाश करती रही। यहां पर समुद्र के अंदर चलने वाली जहाजों में ही कैसिनो चलता है। जहां नाव से ही आया जा सकता है। ऐसे में टीम ने मौका पाकर दबिश दी और उसे केसिनों से दबोच लिया।

डकैती की वारदात के मुख्य सरगना पवन सोलंकी को पकड़ने के लिए सरदारपुरा पुलिस तीन दिन तक गोवा में उसकी तलाश करती रही।
यहां से टीम उसे जोधपुर के लिए लेकर रवाना हुई। पूछताछ के बाद पुलिस ने गोवा से पाली आते समय रास्ते से उसने सहयोगी दिलीप कुमार पुत्र अशोक कुमार ब्राह्मण निवासी वेकटेश मार्ग पाली को भी पकड़ लिया।
रंजिश के चलते दूसरे बदमाश के रखे नम्बर
पुलिस ने बताया हिस्ट्रीशीटर पवन सोलंकी की अन्य बदमाश से रंजिश है। आरोप है कि उसने इसका एक वीडियो भी अपलोड किया था। जिसमें उसके परिवार को लेकर कमेंट किए गए थे। इस बात से भी आरोपी नाराज था। इसलिए उसने कार पर उस बदमाश की कार के नम्बर लगाए थे। जिससे नम्बरों के आधार पर पुलिस उसे पकड़े।
बताया जा रहा है कि व्यापारी हवाला कारोबार करता था। ऐसे में उसने लूट की रकम भी कम बताई। जिससे अन्य एजेंसियों की नजर उस पर नहीं पड़े, लेकिन पकड़े गए तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस अब मान रही है कि लूट की रकम 45 लाख से भी ज्यादा थी। डीसीपी गौरव यादव ने इस पर कहा कि व्यापारी ने पुलिस में लूट की राशि 6 लाख ही बताई, लेकिन यह राशि 45 लाख से भी अधिक है। ऐसे में अब संबंधित एजेंसियों को भी इसकी सूचना दी जा रही है।

पुलिस को सीसीटीवी में रैकी करने वाले युवक का सुराग मिला। इसके बाद इस पूरी डकैती का खुलासा हो सका।
लीगल नोटिस का नहीं दिया जवाब
पुलिस ने व्यापारी को लीगल नोटिस भी भेजा था। जिसमें पैसों के लेनदेन और पैसे कहां से आए इसका विवरण देना था, लेकिन व्यापारी ने अभी तक नोटिस का जवाब भी नहीं दिया है। अब पुलिस उसे आरोपियों को आमने सामने लेकर भी डकैती के सम्बंध में पूछताछ करेगी।
5 मार्च को दर्ज करवाया मामला
बता दें कि सरदारपुरा थाने में मोहनलाल पुत्र जेसाराम प्रजापत निवासी जावाल ने 4 मार्च को रिपोर्ट दी। बताया कि वो 4 मार्च को बाजार से कलेक्शन करने अपने रूम पे आया। उसके पास कलेक्शन के तकरीबन 7 से 8 लाख रूपए थे। जिसको मैने सरदारपुरा बी रोड आॅफिस के काउंटर में रखे। उसी दौरान शाम 5 बजे के करीब आॅफिस में एक लड़का मुंह बांधकर आया। उसके पीछे तीन और व्यक्ति भी थे। उन्होंने मेरे मुंह पर टेप लगाकर मारपीट करने लगे। इसके बाद काउंटर में रखे 7 से 8 लाख रूपए लूटकर ले गए। मुझे ऑफिस में बंद कर फरार हो गए।
Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-18 16:24:00