गर्मी शुरू जलस्तर संकट गहराया: पुराने टावर के स्थान पर बनेंगे 5 मेगा टावर, पानी की क्षमता हो जाएगी12 लाख गैलन Newshindi247

गर्मी शुरू जलस्तर संकट गहराया: पुराने टावर के स्थान पर बनेंगे 5 मेगा टावर, पानी की क्षमता हो जाएगी12 लाख गैलन Letest Hindi News

लोहरदगा20 घंटे पहले

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कोयल नदी में इंटक वेल में जल लेयर बेहतर बनाए रखने को लेकर बालू से बनाई गई मेढ़।

बीते कई वर्षों से गर्मी का मौसम की शुरुआत के साथ ही नदी सूखने लगती है। जल स्तर काफी नीचे चला जाता है। चापानल भी साथ छोड़ देते है। जिससे लोगों के समक्ष पानी को लेकर समस्या उत्पन्न हो जाती है। बताते चले की जिले की दो नदी कोयल नदी और शंख नदी से शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति की जाती है।

वहीं गर्मी में नदी के सूखने से जलापूर्ति में काफी समस्या होती है। वहीं कई चापानल और कुएं भी जवाब दे देते है। फिलहाल अभी इस प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं हुई है। लेकिन नगर परिषद इसे पेयजलापूर्ति की समस्या से निपटने को लेकर कमर कस ली है। लोगों को गर्मी में पानी को लेकर किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो इसे लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। वहीं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार से की गई बातचीत में बताया गया कि गर्मी को लेकर नगर परिषद पूरी तरह से तैयार है।

शहरी क्षेत्र में 23 डीप बोरिंग व 390 चापानल है

पानी की कमी को पूरा करने के लिए 18 टैंकर तैयार है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में 23 डीप बोरिंग है। साथ ही 390 जीवित चापानल है। इसके अलावा वित्तीय वर्ष में 46 एचवाईडीटी डिप बोरिंग विथ सोलर 5 हजार लीटर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल दोनों पानी टंकी में दो शिफ्ट में 5 लाख गैलन पानी चढ़ता है। वहीं लगातार लाइट होने पर पुराने नगर परिषद स्थित पानी टंकी के तीन बार पानी चढ़ता है।

जिसे लोगों के बीच जलापूर्ति की जाती है। वर्तमान में जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त है। किसी प्रकार की समस्या नहीं है। उन्होंने बताया कि पानी की समस्या आने पर शिकायत के लिए टॉल फ्री नंबर भी जारी किए गए है। उन्होंने बताया की उम्मीद है कि बहुत जल्द लोहरदगा को एक बृहद सौगात मिलेगी। जिसके अंतर्गत सभी क्षेत्रों में नई पाइप लाइन लगाए जाएंगे। साथ ही पुराने टावर के स्थान पर पांच मेगा टावर बनेंगे।

जिससे पानी की क्षमता 12 लाख गैलन हो जाएगी। उन्होंने बताया की बरवाटोली स्थित पानी टंकी में इसका निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। इधर कोयल नदी स्थित इंटक वेल में जल स्तर को बनाए रखने के लिए कोयल नदी में इंटक वेल के चारों ओर बालू की मेढ़ बनाई गई है। जिससे जल लेयर गर्मी के मौसम में भी बेहतर बना रहे। फिलहाल नदी में पर्याप्त पानी है।

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Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-18 22:30:00

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