टीएमबीयू ने सीनेट की बैठक की प्रोसिडिंग से सवाल-जवाब हटाए: सदस्यों ने लगाया गड़बड़ियों को छिपाने के प्रयास का आरोप Newshindi247

टीएमबीयू ने सीनेट की बैठक की प्रोसिडिंग से सवाल-जवाब हटाए: सदस्यों ने लगाया गड़बड़ियों को छिपाने के प्रयास का आरोप Letest Hindi News

भागलपुर33 मिनट पहलेलेखक: अभिषेक

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टीएमबीयू।

टीएमबीयू ने 30 जनवरी काे हुई सीनेट की बैठक की प्राेसिडिंग से सदस्याें के सवालाें और विवि के जवाब काे हटा दिया है। प्राेसिडिंग काे चार हिस्साें में तैयार किया गया है। 20 पन्नाें की प्राेसिडिंग में पेज एक से पांच तक बैठक की प्रस्तावना, इसके लिए राजभवन से मिला आदेश व बैठक में शामिल हाेने वाले सदस्याें के नाम हैं। वीसी का भाषण पेज नंबर छह से 14 तक है। पेज नंबर 15 से 17 तक प्राेवीसी का बजट अभिभाषण है। पेज नंबर 18 पर उन सदस्याें के सिर्फ नाम हैं, जिन्हाेंने बैठक में सवाल पूछे थे।

बिंदुवार जवाब देने की जगह बजट में जानबूझकर त्रुटियां करने वालाें पर कार्रवाई करने का निर्णय लेने का जिक्र है। अंतिम दाे पन्नाें में शाेक प्रस्ताव व बजट में सामने आई त्रुटियाें में सुधार के उपायाें की बात हैं। लेकिन किस सदस्य ने क्या सवाल पूछे और विवि ने क्या जवाब दिये, इसका कहीं जिक्र नहीं है।

कुलाधिपति व शिक्षा विभाग काे भेजी गई है प्राेसिडिंग

प्राेसिडिंग से सवाल-जवाब काे हटाने पर सीनेट के सदस्याें ने सवाल उठाया है। बैठक और इससे पहले सबसे ज्यादा सवाल पूछने वाले डाॅ. मृत्युंजय सिंह ने कहा कि इस बैठक की अध्यक्षता कुलाधिपति करते हैं। इसलिए बैठक की प्राेसिडिंग कुलाधिपति काे भेजी जाती है। वित्तीय मामले भी हाेने हैं, इसलिए प्राेसिडिंग शिक्षा विभाग काे भी भेजी जाती है। जब सवाल-जवाब ही गायब रहेंगे ताे कुलाधिपति और शिक्षा विभाग काे कैसे पता चलेगा कि किन गड़बड़ियाें पर सवाल उठे हैं। प्राेसिडिंग में हरेक सवाल का जिक्र कर उसका बिंदुबार जवाब शामिल किया जाता है।

यह गड़बड़ियाें काे छिपाने का प्रयास है। सदस्य जयप्रीत मिश्रा ने कहा कि उनके सवालाें के जवाब ताे बैठक में दिए ही नहीं गए थे। विवि के सूत्राें ने बताया कि प्राेसिडिंग बुधवार काे शिक्षा विभाग भेजी गई है। एक वरीय अधिकारी और एक एसओ प्राेसिडिंग लेकर पटना गए हैं। जब इसे तैयार किया जा रहा था तब सदस्याें के सवाल और विवि के जवाब इसमें शामिल थे। बाद में इसे हटा दिया गया।

सीनेट में उठे थे ये सवाल

रजिस्ट्रार ने कितनी बार 20 हजार वाली संचिकाओं पर भुगतान किया। वीसी के लिए भाड़े पर ली गई गाड़ी काे कितने माह से 60 हजार रुपए प्रतिमाह भुगतान किया गया है। 10 फीसदी अधिक प्रश्नपत्रों की जगह 100-200 फीसदी अधिक की छपाई किसके आदेश पर हो रही है। वित्त पदाधिकारी (अब पूर्व) काे कितनी बार यात्रा भत्ता दिया गया है। किसके आदेश पर उत्तरपुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए बाहर भेजी गईं। एक ही पद पर बहाल सहायकाें काे तीन तरह का वेतनतान क्याें? रिजल्ट के दस माह बाद भी अंकपत्र और छह माह पहले रसीद कटाने के बाद भी डिग्री क्याें नहीं मिल रही। पैट में गलत ढंग से ग्रेस अंक लेने वालाें काे जांच पूरी किए बिना रिसर्च मेथडाेलाॅजी का काेर्स करने की अनुमति कैसे मिली।

विवि मुख्यालय लाैटकर देखूंगा कि यह कैसे हुआ

प्राेसिडिंग से सवाल-जवाब नहीं हटाया जाना चाहिए। यह सही नहीं है। मैं अभी बाहर हूं। विवि मुख्यालय लाैटकर देखूंगा कि यह कैसे हुआ। -डाॅ. गिरिजेश नंदन कुमार, रजिस्ट्रार, टीएमबीयू

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Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-16 00:01:50

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