इलाज फेल: कुरुद में उल्टी-दस्त से महिला की मौत, आर्य नगर में 3 केस, दुर्ग-भिलाई में 4 दिन में 20 मरीज मिले Newshindi247

इलाज फेल: कुरुद में उल्टी-दस्त से महिला की मौत, आर्य नगर में 3 केस, दुर्ग-भिलाई में 4 दिन में 20 मरीज मिले Letest Hindi News

भिलाई19 घंटे पहले

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दुर्ग के गंजपारा व भिलाई के कोहका में 20 से ज्यादा को चपेट में लेने वाला डायरिया कुरुद के भाटापारा में जानलेवा हो गया। शुक्रवार को यहां की निवासी 55 वर्षीय तीज बाई यादव की उल्टी-दस्त शुरू होने के 12 घंटे बाद मौत हो गई। पति गजोधर यादव के मुताबिक बुधवार की रात उनको करीब 12 बजे दो से तीन बार उल्टी व दस्त हुए । सुबह होने पर अंगूर लाकर खिलाए तो थोड़ा आराम हुआ, लेकिन दोपहर बाद हाथ-पैर ठंडे होने लगे। ऐसी स्थिति में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला लेकर भागे।

वहां मौजूद मेडिकल ऑफिसर ने बीपी लो बताकर शाम में 7.10 बजे भर्ती कर दिया। रात करीब 9 बजे राउंड पर पहुंचे दूसरे मेडिकल ऑफिसर ने बीपी समान्य होने की जानकारी दी। लेकिन तड़के करीब 3 बजे उनकी बीमार पत्नी छटपटाने लगी। जब तक वह डॉक्टर को बुलाते उसने दम तोड़ दिया। ड्यूटी डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिए। इधर कोहका के आर्य नगर में दूसरे दिन डायरिया के तीन नए मरीज मिले। दुर्ग-भिलाई में पिछले 4 दिनों में 20 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं।

  • मौत के लिए परिजनों से हुई ये दो चूक भी जिम्मेदार

नमक-चीनी का घोल बनाया, पिलाया नहीं

तीजबाई के पति ने बताया कि उल्टी-दस्त होने लगे तो बेटी नमक-चिनी का घोल बनाकर ले आई। पत्नी को पीने के लिए दिया लेकिन उसने पीने से मना कर दिया। सुबह जबरन देने की कोशिश की फिर भी नहीं पिया। इस बीच अंगूर लाए तो उसे खाकर रह गई। तबीयत बिगड़ गई।

पूरे दिन दवा भी नहीं ली : परिजनों ने बताया कि तीज बाई को उल्टी-दस्त बुधवार की रात शुरू हुए। पूरी रात उसने एक कप भी नमक-चिनी का घोल नहीं लिया। सुबह अस्पताल चलकर दवा लेने को कहा गया तो मना कर दिया। अंगूर खाने के बाद उसे थोड़ा आराम महसूस होने लगा तो सभी अपने काम में व्यस्त हो गए।

  • महिला की मेडिकल हिस्ट्री की भी जानकारी ली गई

स्वास्थ्य विभाग ने कहा उसको हाई ब्लड प्रेशर था

7 घंटे भर्ती रहने के बाद कथित मरीज की जान चली गई तो स्वास्थ्य विभाग सकते में है। महिला की मौत के बाद सुपेला प्रभारी सीएमएचओ ने उसे हाई ब्लड प्रेशर का मरीज बता दिया है। महिला ब्लड प्रेशर की मरीज थी।

परिजनों ने बताया कि उसे कोई भी बीमारी नहीं थी

सात घंटे अस्पताल में भर्ती रहने के बाद भी दम तोड़ देने वाली महिला के परिजनों ने बताया कि उसे कोई भी बीमारी नहीं थी। रात में उल्टी-दस्त शुरू होने से पहले पूरे दिन वह रोज की तरह काम पर गई थी। मौत से पूर्व उसे सिर्फ सर्दी-बुखार ही होते रहा।

7 घंटे भर्ती रहीं, फिर भी विशेषज्ञों ने नहीं देखा, मौत
कुरुद निवासी तीज बाई करीब 7 घंटे सुपेला अस्पताल में भर्ती रहीं। लो बीपी के बाद भी उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टर ने नहीं देखा। भर्ती करने से मौत तक दो एमबीबीएस डॉक्टर ही इलाज करते रहे। प्रभारी के मुताबिक मरीज स्टेबल हो गया था, इसलिए ड्यूटी डॉक्टरों ने विशेषज्ञ को नहीं बुलाया। जबकि गंभीर मरीजों के लिए ही यहां मेडिसिन के एक विशेषज्ञ डॉक्टर की भर्ती हुई है।

10 दिन पहले छोटे बेटे को भी उल्टी और दस्त हुआ था
तीज बाई की मौत से 10 दिन पहले उनके तीन पुत्रों में से सबसे छोटे पुत्र को उल्टी-दस्त हुआ था। इसकी जानकारी उनके छोटे पुत्र ने स्वयं भास्कर को दी। बताया कि उनका पूरा परिवार पास के बोर का ही पानी पीता है। शिवनाथ के फिल्टर वॉटर का कनेक्शन उनके यहां नहीं है। दो-तीन दिनों के बाद उल्टी-दस्त से उनका राहत मिल गई थी।

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Post Credit :- www.bhaskar.com
Date :- 2023-03-18 00:13:38

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