नई दिल्ली. हिंदी सिनेमा के ऐसे अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) जो अपने किरदारों में जान फूंक दिया करते थे. एक्टिंग ऐसी जो दर्शकों को सीट से बांधे रखने पर मजबूर कर दिया करती थी. लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि मुश्किलों दिनों में इरफान ने एसी ठीक करने और ट्यूशन पढ़ाने जैसे काम भी किए हैं. करियर की शुरुआत में उन्हें अपने ही काम के पैसे बीवी-बच्चे भूखे मर रहे’ या बिजली का बिल भरना है जैसे बहाने बनाकर लेने पड़ते थे.
इरफान खान ने यूं तो तमाम फिल्मों में अपनी संजीदा अभिनय के लिए जाने जाते रहे. लेकिन दूरदर्शन के शो ‘चंद्रकांता’ (Chandrakanta) में बद्रीनाथ और सोमनाथ नामक जुड़वा भाई के किरदार निभाकर पहली बार वह अपनी पहचान घर-घर तक बनाने में सफल हुए थे. जुड़वा किरदारों को निभाने के बाद भी उन्हें उनके ही हक के पैसे मांगने के लिए बहाने बनाने पड़ते थे. इस शो के दौरान सेट पर एक बार तो उनकी बेइज्जती भी की गई. लेकिन उन्होंने अपने टैलेंट के दम पर लोगों को जवाब दिया और इंडस्ट्री के सुपरस्टार बनकर सालों तक इंडस्ट्री पर राज किया.
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बहाने बनाकर मिलते थे काम के पैसे
इरफान खान ने एक टॉक शो में अपने बीते दिनों को याद करते हुए टीवी सीरियल ‘चंद्रकांता’ में अपना काम करने का अनुभव शेयर किया. उन्होंने बताया ‘अरे यार..’ वो भी क्या दिन थे. उन्होंने बताया,‘वो भी अलग दिन थे, ये वो वक्त था जब मुझे घर का खर्चा चलाने के लिए ऐसे रोल्स भी करने पड़े थे, वो समय ऐसा था जब काम करने के बाद भी पैसे नहीं मिलते थे. ऐसे में डायरेक्टर-प्रोड्यूसर के सामने हमें अपने ही काम के पैसे लेने के लिए बहाने बनाने पड़ते थे. जैसे- मेरे घर का बिल नहीं भरा है, बीवी-बच्चे भूखे मर रहे हैं… ऐसे बहाने बनाते थे तब जाकर कुछ पैसे मिला करते थे. एक बार मैंने अपने रोल के बारे में पूछा तो मेरी पूरी यूनिट के सामने ये कहकर बेइज्ती की गई थी कि क्या तुम धर्मेंद्र हो.’
पान सिंह तोमर: तिग्मांशु धूलिया की ये फिल्म इरफान खान के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई थी. उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था. पान सिंह तोमर में इरफान ने डकैत पान सिंह तोमर को संजीदगी के साथ पर्दे पर उतारा था. ये फिल्म साल 2012 रिलीज हुई थी. (फोटो साभार: IMDB)
यूं बन थे स्टार से सुपरस्टार
इरफान खान ने अपने करियर की शुरुआत में कई सीरियल्स में छोटे-मोटे किरदार भी निभाए थे, इनमें चाणक्य, भारत की खोज, सारा जहां हमारा, बनेगी अपनी बात, चंद्रकांता, अणुगूंज, श्रीकांत, स्टार बेस्टसेलर्स एंड स्पर्श जैसे टीवी सीरियल्स शामिल हैं. इन शोज के जरिए उन्होंने घर-घर पहचान बनाई थी. वक्त बदला और धीरे धीरे इरफान की किस्मत का सितारा चमकने लगा और उन्होंने फिल्म द वॉरियर में काम किया. ये फिल्म उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई. इसकेो बाद साल 2005 में रोग फिल्म में उन्हें लीड रोल निभाने का चांस मिला. इसके बाद उन्होंने ‘स्लमडॉग मिलेनियर’, ‘पान सिंह तोमर‘, ‘द लंचबॉक्स’ ‘किस्सा’, ‘तलवार’, ‘पीकू’जैसी शानदार फिल्मों में किया.
बॉलीवुड ही नहीं, हॉलीवुड में भी बजाया डंका
करियर की शुरुआत में इरफान ने भले ही छोटे मोटे रोल किए हो, लेकिन वक्त के साथ लोग उनके अभिनय के कायल हो गए और उनके किरदारों के दीवाने होते गए. देखते ही देखते वह मेकर्स की पहली पसंद बन गए और इंडस्ट्री पर राज करने लगे. बॉलीवुड के अलावा उन्होंने हॉलीवुड में उन्हें काम मिलने लगा. उन्होंने बॉलीवुड के साथ-साथ हॉलीवुड में भी धाक जमा ली थी. उन्होंने ‘स्पाइडर मैन’, ‘जूरासिक वर्ल्ड’, ‘इन्फर्नो’’ के अलावा कई अन्य इंटरनेशनल प्रोजेक्ट में भी काम किया.