मीना कुमारी ने ज‍िस एक्‍टर का हर पल द‍िया साथ, आधी फीस में की फिल्‍में, उसने नहीं देखा जनाजे तक का मुंह

मीना कुमारी ने ज‍िस एक्‍टर का हर पल द‍िया साथ, आधी फीस में की फिल्‍में, उसने नहीं देखा जनाजे तक का मुंह

Tragedy Queen Meena Kumari and Pradeep Kumar: मीना कुमारी 1972 में, महज 39 साल की उम्र में इस दुनिया से अलव‍िदा कह गई थीं. ज‍िस द‍िन मीना कुमारी का इंतकाल हुआ, उसी द‍िन मुंबई के ‘सुपर स‍िनेमा’ में फिल्‍म ‘बैजू बावरा’ री-र‍िलीज की थी. हाउसफुल रहे इस द‍िन के शो में लोग पूरी फ‍िल्‍म में बैठकर रोते रहे थे… ये उनकी कला की जीत ही थी कि हर आम और खास शख्‍स उनके जाने से एक कमी महसूस कर रहा था. मीना कुमारी को ‘ट्रेजडी क्‍वीन’ कहा जाता है, ज‍िन्‍होंने पर्दे पर दुख को इस खूबसूरती से उतारा कि उनके साथ उनके दुख में हर कोई रोया.

मीना कुमारी उन एक्‍ट्रेसेस में भी ग‍िनी जाती हैं, ज‍िन्‍होंने कई एक्‍टर्स के करियर को बनाने और चलाने में श‍िद्दत से कोशिश की थी. इन एक्‍टरों में धर्मेंद्र और ह‍िंदी स‍िनेमा के प्रसिद्ध ‘राजा’ यानी एक्‍टर प्रदीप कुमार का नाम ल‍िया जाता रहा है. अपने स्‍ट्रगल‍िंग के द‍िनों में धमेंद्र और मीना कुमारी के बीच चलता ‘चुपके-चुपके रोमांस’ एक ऐसा सीक्रेट है, जो आज सब को पता है. वहीं प्रदीप कुमार ने तो मीना के मरने के बाद इस बात का खुलासा क‍िया था कि हां, वो मीना कुमारी से प्‍यार करते थे. मीना कुमारी ने भी इन दोनों एक्‍टरों के करियर को एक उड़ान देने में जीते-जी द‍िल खोलकर मदद की थी. लेकिन आश्‍चर्य है कि 1972 में मीना की मौत के बाद ये दोनों ही एक्‍टर उनके अंतिम दर्शन करने भी नहीं पहुंचे थे.

मीना कुमारी की मौत के बाद प्रदीप कुमार से एक इंटरव्‍यू में पूछा गया, ‘मीना कुमारी ने जो कुछ भी आपके करियर के ल‍िए क‍िया, ( कई रोल आपको द‍िलाए, अगर आपको हीरो ल‍िया जाता तो वो अपनी फीस आधी कर देतीं, वगैरह वगैरह) क्‍या ये आपका फर्ज नहीं था कि जब वो आर्थ‍िक परेशानी से जूझ रही थीं तो आप उनकी मदद करें? जब वो बीमार थीं, न केवल आपने उन्‍हें अकेला छोड़ द‍िया बल्‍कि उनकी मौत पर आप उनके अंतिम संस्‍कार में भी शाम‍िल नहीं हुए थे. क्‍या आपको आपकी अंतरआत्‍मा ने कभी नहीं कचोटा कि आपने एक दोस्‍त का पूरा इस्‍तेमाल क‍िया और उसे छोड़ द‍िया? इस तीखे सवाल के जवाब में प्रदीप कुमार ने अपने इस इंटरव्‍यू में कहा, ‘देख‍िए, जब बात मेरे करियर में मदद करने की है तो मुझे ये कहना होगा कि ईश्‍वर के अलावा मेरी क‍िसी ने मदद नहीं की. और मीना ने मेरी मदद नहीं की बल्‍कि मैंने उनकी मदद की है. और कौन कहता है कि मुझे उनकी परवाह नहीं थी? मैं उनसे काफी मुलाकात करता था. मुझे याद है 1971 के इंडो-पाक युद्ध के दौरान उनकी तब‍ियत खराब हुई थी. मैं उस समय बंबई (अब मुंबई) में नहीं था, लेकिन मैं हमेशा उनकी सेहत के बारे में जानकारी रखता था. मुझे काफी खुशी हुई थी, जब पता चला कि उनकी सेहत में सुधार हो रहा है.’

मीना कुमारी के निधन की खबर से जब उनके चाहनेवाले ग़म-ज़दा थे, तब एक्ट्रेस नरगिस ने उन्हें लेकर लिखा था, ‘मीना मौत मुबारक हो, इस दुनिया में अब कभी मत आना.’ दरअसल, मीना कुमारी ने जिंदगी में बहुत दुख सहा था. नरगिस इस बात को जानती थीं, इसलिए उन्होंने मीना को मौत की मुबारकबाद दी.(फोटो साभार: Instagram@queen.meena.kumari)

प्रदीप कुमार आगे इस इंटरव्‍यू में कहते हैं, ‘आखिर में जब उन्‍होंने अपनी अंत‍िम सांस ली, तब मैं बॉम्‍बे में नहीं था. मैं उनके अंतिम संस्‍कार में शाम‍िल नहीं हो सका, उसकी यही वजह थी कि मैं बॉम्बे में नहीं था. इस बात का तो सवाल ही नहीं उठता कि मैंने उनकी आर्थिक मदद की या नहीं क्‍योंकि वो समृद्ध थीं. उनका एक खूबसूरत घर था, लोग उनकी देखरेख करते थे. क‍िसने कहा कि मीना कुमारी कंगाली में थीं?’

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मीना कुमारी और प्रदीप कुमार कई फ‍िल्‍मों में साथ नजर आए थे. (फोटो साभार- @FilmHistoryPic/Twitter)

मीना कुमारी और प्रदीप कुमारी का र‍िश्‍ता एक अलग ही र‍िश्‍ता था. ऐसे में उनसे तीखे सवाल पूछे भी गए और उन्‍होंने इसके जवाब भी द‍िए. प्रदीप कुमार फिल्मों में बादशाहों, शहंशाहों, शाहज़ादों के किरदार में जाने जाते रहे. मीना के न‍िधन के बाद प्रदीप ने एक इंटरव्‍यू में ही कहा था कि वो मीना प्‍यार करते थे.

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