नई दिल्ली. साल 1976 में एक ऐसी फिल्म आई जिसे 5 लाख किसानों ने मिलकर प्रोड्यूस किया था. सभी किसानों ने अपनी गाढ़ी कमाई से दो-दो रुपये निकालर फिल्म‘मंथन’को बनाने में मदद की थी. हैरानी वाली बात तो ये है कि इस फिल्म को अपनी दमदार कहानी और किरदारों के लिए 2 नेशनल अवॉर्ड मिले थे. इस फिल्म को ऑस्कर में भी भेजा गया था. इस फिल्म के निर्देशन की कमान श्याम बेनेगल ने संभाली थी.
डायरेक्टर श्याम बेनेगल ने 70 और 80 के दशक में कई ऐसी फिल्में बनाईं जो लोगों के जहन में बस गईं.उनकी बनाई फिल्मों को आज भी याद किया जाता है तो खूब तारीफ की जाती है. अंकुर, निशांत और मंडी जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके बेनेगल अलग तरह की कहानी पेश करने के लिए खासतौर पर पहचाने जाते थे. उनकी ऐसी ही एक फिल्म थी ‘मंथन’. साल 1976 में रिलीज हुई ‘मंथन’ का नाम भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे बेहतरीन फिल्मों में शामिल है. लेकिन शायद ही कोई जानता हो कि ये फिल्म 5 लाख किसानों ने मिलकर प्रॉड्यूस की थी.इस फिल्म को बनाने के लिए प्रत्येक किसान ने 2-2 रुपए अपनी गाढ़ी कमाई से चंदे के रूप में दिए थे.
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श्याम बेनेगल की जिद का नतीजा है ‘मंथन’
स्मिता पाटिल की फिल्म ‘मंथन’ ‘श्वेत क्रांति’ यानी दुग्ध क्रांति पर आधारित है. फिल्म के को-राइटरक डॉक्टर वर्गीज कुरियन थे, जो ‘श्वेत क्रांति’ के ध्वजवाहक थे. दुनिया कुरिया को ‘अमूल’ के कर्ता-धर्ता के तौर पर भी याद करती है. कुरियन ने 1970 में ऑपरेशन फ्लड की शुरुआत की थी, जिससे भारत में ‘श्वेत क्रांति’ आई और हम दुनिया में दूध के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में उभरे थे. ये वही वक्त था जब श्याम बेनेगल ने इस बड़ी सफलता पर फिल्म बनाने की जिद ठान ली थी. कुछ इस तरह ही ‘मंथन’ बनाने की शुरुआत हुई थी ताकि ये यादगार बन सके.
किसानों से चंदा लेकर बनाई थी फिल्म
इस फिल्म की कहानी आम गांव वालों पर आधारित थी, जो सहकारी समिति बनाना चाहते हैं. फिल्म का बजट 10-12 लाख था.लेकिन पैसा कौन प्रोड्यूसर लगाएगा ये एक बड़ी मुसीबत थी. ऐसे में कुरियन एक तरकीब निकाली और किसानों से चंदा इक्ठ्ठा करना शुरू कर दिया. तब तक कुरियन की गुजरात में बनाई सहकारी समिति में 5 लाख किसान शामिल हो चुके थे. जो समितियों में सुबह-शाम दूध बेचने आते थे. उन्हें एक पैकेट दूध का 8 रुपए में मिलता था. एक दिन उन्होंने किसानों से कहा कि वह दूध सिर्फ 6 रुपए में बेचे और बाकी के 2 रुपए सभी से लेकर इस पर फिल्म बनाई जाएगी.
बता दें कि 1976 की बड़ी हिट साबित हुई ‘मंथन’ में उस दौर के कई बड़े कलाकारों ने अभिनय किया था. इनमें स्मिता पाटिल, गिरीश कर्नाड, नसीरुद्धीन शाह, कुलभूषण खरबंदा और अमरीश पुरी समेत कई ऐसे कलाकार शामिल थे, जिन्होंने फिल्म में अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों के जहन में जबरदस्त छाप छोड़ी. ‘मंथन’ को साल 1976 में 2 नेशनल अवॉर्ड मिले थे. इस फिल्म की देश में ही नहीं विदेशों में भी खूब तारीफ हुई थी.