नई दिल्ली. एक पिता की चाहत होती है कि उसका बेटा उससे बड़ा आदमी बने. फिल्म स्टार्स भी उसी उम्मीद के साथ अपने बच्चों को इस फिल्मी दुनिया में लाते हैं. आज कई स्टार्स किड्स हैं, जो आज सफलता के अलग मुकाम पर हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने एंट्री तो फिल्मी दुनिया में पिता या मां के नाम की बदौलत कर ली, लेकिन खुद को साबित नहीं पाए और कुछ तो ऐसे भी हुए जिन्होंने जो अपने पहली फिल्म से सुपरस्टार बन गए, लेकिन बाद में वह सुपरफ्लॉप साबित हो गए.
आज बात कर रहे हैं उस सुपरस्टार के बेटे की, जिसकी फिल्मों के लोग दीवाने थे. फिल्में सिल्वर स्क्रीन पर लगती तो कई-कई महीनों तक नहीं उतरतीं. उन्हें उस दौर में जुबली स्टार कहा जाता था. हम बात कर रहे हैं राजेंद्र कुमार के बेटे कुमार गौरव की, जिन्होंने 80 के दशम में अपनी पहली फिल्म देकर ये बता दिया था कि वह सुपरस्टार के बेटे हैं, लेकिन दूसरी ही फिल्म से लोगों ने सुपरफ्लॉप होने का तमगा दे दिया था.
पहली फिल्म हुई थी सुपरहिट
कुमार गौरव ने जब इंडस्ट्री में कदम रखा और उनकी पहली फिल्म रिलीज हुई, ये सुपरडुपर हिट साबित हुई थी. 1981 में रिलीज हुई फिल्म लव स्टोरी में उन्हें देख फैंस को उम्मीद थी कि बेटा अपने पापा से आगे जाएगा. लेकिन जो हुई वो लोगों की सोच के विपरीत था.
कुमार गौरव और विजेता पंडित एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे.
कोई दूसरी फिल्म नहीं हुई हिट
विजेयता पंडित के साथ 1981 में फिल्म ‘लव स्टोरी’ के बाद कुमार गौरव को ‘ऑल राउंडर’, ‘जन्म’, ‘रोमांस लवर्स’ और नाम जैसी फिल्मों में देखा गया, लेकिन एक के बाद एक सभी फिल्में फ्लॉप हो गईं.
राजेंद्र कुमार ने बेटे से जब कहा था, ‘तुम हीरो नहीं बन सकते’
वैसे कई रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र किया गया है कि राजेंद्र कुमार बेटे को एक्टर नहीं बनाना चाहते थे. दरअसल, विदेश से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद घर लौटे कुमार गौरव ने अपने सुपरस्टार पिता से कहा कि वह हीरो बनना चाहते हैं तो राजेंद्र कुमार ने उनके सामने एक शर्त रख दी. राजेंद्र कुमार का कहना था ‘पहले तुम्हे स्क्रीन टेस्ट देना होगा, तुम अगर इसमें पास होते हो तो मैं तुम्हारे लिए खुद फिल्म प्रोड्यूस करूंगा और अगर नहीं हुए तो तुम्हें वो करना होगा, जो मैं कहूंगा’. बेटे ने शर्त मान ली और स्क्रीन टेस्ट दिया, लेकिन कुमार गौरव स्क्रीन टेस्ट में फेल हो गए थे. तब राजेंद्र कुमार ने बेटे से कहा था ‘तुम हीरो नहीं बन सकते’.
एक्टिंग सीखने के लिए बेटे को भेजा था एक्टिंग स्कूल
इसके बाद हालांकि, राज कपूर की सलाह पर राजेंद्र ने अपने बेटे कुमार गौरव को रोशन तनेजा की एक्टिंग स्कूल भेज दिया. 6 महीने एक्टिंग सीखने के बाद कुमार वापस लौटे, राजेंद्र ने उनके लिए एक फिल्म साइन की हुई थी. फिल्म थी लव स्टोरी, जो उस समय बड़ी हिट साबित हुई. लेकिन, इसके बाद की उनकी कोई फिल्म नहीं चली. जब सबने कुमार गौरव को अपनी फिल्म में लेने से मना कर दिया, राजेंद्र कुमार ने अपना बंगला गिरवी रखकर बेटे के लिए फिल्म बनाई. लेकिन, ये फिल्म भी नहीं चल पाई. कुमार आखिरी बार साल 2009 में एक फिल्म में दिखाई दिए थे, इसके बाद उन्होंने फिल्में कभी दोबारा नहीं करने की कसम खा ली.

राजेंद्र कुमार ने बेटे के करियर को सफल बनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए.
सफलता नहीं पचा पाए कुमार गौरव
कहा जाता है कि अपनी पहली फिल्म की सफलता को वह ढंग से पचा नहीं पाए थे. इस फिल्म की सफलता के बाद कुमार गौरव ने ये फैसला किया कि वह किसी नई अभिनेत्री के साथ काम नहीं करेंगे. इसके पीछे दो वजह थी. पहली वह खुद को स्टार मानने लगे थे और दूसरा नए स्टार्स को वह स्ट्रगलर मानते थे. इनके हाथ से कुछ अच्छी फिल्में निकल गईं.
राज कपूर के कारण हुए गायब
कुमार गौरव धीरे-धीरे गायब होते चले गए. उनकी आखिरी फिल्म 2002 में ‘कांटे’ आई थी, जोकि एक मल्टीस्टारर फिल्म थी. कहा जाता है कि फिल्मों से कुमार गौरव के गायब होने का एक कारण राज कपूर भी थे. इसके बाद वह धीरे-धीरे बॉलीवुड से दूर हो गए.
अब सफल बिजनेसमैन हैं कुमार गौरव
कुमार गौरव ने संजय दत्त की बहन नम्रता दत्त से शादी की है. कुमार गौरव और नम्रता की दो बेटियां हैं, जिनका नाम है सिया और सांची. बेटी सांची की शादी जहां कमाल अमरोही के बेटे बिलाल से हुई है, वहीं सिया की शादी भी हो चुकी है. आज कुमार गौरव एक सफल बिजनेसमैन हैं, कुमार गौरव का मालदीव में ट्रैवल बिजनेस है और वो कंस्ट्रक्शन के बिजनेस में भी हैं.