दो नदियों के किनारे बसे दो गांवों के बीच शूटिंग, देवर-भाभी की जोड़ी का कमाल, छाप डाले थे करोड़ों

दो नदियों के किनारे बसे दो गांवों के बीच शूटिंग, देवर-भाभी की जोड़ी का कमाल, छाप डाले थे करोड़ों

मुंबईः 80 और 90 के दशक को बॉलीवुड के गोल्डन इरा में गिना जाता है. इसी दौरान मर्द, कयामत से कयामत तक, तेजाब और मैंने प्यार किया जैसी फिल्में रिलीज हुईं. इन्हीं फिल्मों के बीच एक और फिल्म रिलीज हुई थी, जिसने बॉलीवुड में तहलका मचा दिया था. इस फिल्म को देखने दूर गांवों तक से लोग ट्रेक्टर, बैलगाड़ी में बैठकर सिनेमाघर पहुंचे थे. खास बात तो ये है कि ना तो इस फिल्म में कोई बड़ा स्टार था, ना तो कोई ताम-झाम, देहाती बैकग्राउंड पर बनी इस फिल्म ने हर तरफ तहलका मचा दिया था और बड़े स्टार्स के रातों की नींद उड़ा दी थी. ये फिल्म थी ‘नदिया के पार’ (Nadiya Ke Paar), जिसमें दो बहनों और दो भाईयों की कहानी थी. अपनी भाभी से मां जैसा प्यार करने वाला देवर और बहन की मौत के बाद परिवार के लिए अपने प्यार की कुर्बानी देती दूसरी बहन की कहानी ने दर्शकों की आंखें नम कर दी थीं.

बाद में इसी फिल्म से प्रेरित ‘हम आपके हैं कौन’ फिल्म रिलीज हुई थी, जिसमें सलमान खान और माधुरी दीक्षित लीड रोल में थें. दूसरी तरफ नदिया के पार में सचिन पिलगांवकर, साधना सिंह लीड रोल में दिखाई दिए. इनके अलावा इंदर ठाकुर, लीला मिश्रा और शीला डेविड जैसे स्टार्स भी अहम रोल में थे. फिल्म 1982 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, जो दो नदियों के आर-पार बसे दो गावों के दो कपल्स की कहानी थी. भोजपुरी मिश्रित हिंदी में इसके डायलॉग और गानों ने हर तरफ हलचल पैदा कर दी थी.

फिल्म की 90 प्रतिशत शूटिंग उत्तर प्रदेश के जौनपुर के केकारत तहसली के विजयपुर और राजेपुर नाम के गांव में हुई थी. ये दोनों गांव सई नदी और गोमती नदी के किनारों पर बसे हैं, फिल्म में और इसके गानों में जिन दो नदियों का जिक्र है वह यही दो नदिया हैं. जब फिल्म की शूटिंग शुरू हुई सचिन और साधना इंडस्ट्री में बलिकुल नए चेहरे थे. फिल्म बिहार या उत्तर प्रदेश में ही नहीं पूरे भारत में खूब पसंद की गई. इसकी एक वजह थी फिल्म का ऑर्गेनिक होना. ना तो इसमें शहरी मिलावट थी और ना ही कोई ताम-झाम, एक शुद्ध देसी वातावरण, बोली और पहनावा.

फिल्म को रिलीज हुए 40 साल से ज्यादा का समय बीत गया है लेकिन, आज भी दर्शकों के बीच ये फिल्म उतनी ही पसंद की जाती है. राजश्री प्रोडक्शन्स तले बेहद मामूली से बजट में बनी नदिया के पार ने देश में 2.7 करोड़ का कलेक्शन किया था, यही नहीं ये साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से भी एक थी.

1982 में रिलीज हुई थी नदिया के पार.

अब कहां हैं नदिया के पार के सितारे
फिल्म के कलाकारों की बात करें तो फिल्म में गुंजा का लीड रोल निभाने वाली साधना सिंह लाइमलाइट से दूर ही रहती हैं. उन्होंने अपने पूरे करियर में कुछ 20 फिल्मों में काम किया, फिर फिल्मों से दूरी बना ली. वहीं चंदन का किरदार निभाने वाले सचिन पिलगांवकर ने सत्ते पे सत्ता, शोले, त्रिशूल जैसी फिल्मों में छोटे लेकिन अहम रोल निभाए और आज भी इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. उनके साथ ही उनकी पत्नी सुप्रिया पिलगांवकर और श्रिया पिलगांवकर भी इंडस्ट्री का फेमस नाम हैं. चंदन के बड़े भाई इंदर ठाकुर यानी ओमकार की 23 जून 1985 में क्रैश हुई एयर इंडिया की फ्लाइट कनिष्क-182 में मौत हो गई थी. फिल्म में गुंजा की बड़ी बहन बनीं मिताली यानी रूपा भी फिल्मों से दूर हैं.

hindi.news18.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *