डिस्ट्रीब्यूटर्स ने दी मेकर्स को नाम बदलने की सलाह, 1 गाने पर खूब कटा बवाल, फिर भी हुई ब्लॉकबस्टर

डिस्ट्रीब्यूटर्स ने दी मेकर्स को नाम बदलने की सलाह, 1 गाने पर खूब कटा बवाल, फिर भी हुई ब्लॉकबस्टर

नई दिल्ली. संजय दत्त, माधुरी दीक्षित और जैकी श्रॉफ स्टारर फिल्म ‘खलनायक’ साल 1993 की बड़ी हिट साबित हुई थी. फिल्म ने उस वक्त काफी अच्छा कलेक्शन किया था. फिल्म के एक गाने चोली के पीछे को लेकर उस वक्त काफी विवाद हुआ था. फिर फिल्म की शूटिंग के दौरान ही संजय दत्त गिरफ्तार भी हो गए थे. फिल्म को उस वक्त रिलीज से पहले काफी विवादों का सामने करना पड़ा था. लेकिन सुभाष घई जिद पर अड़े थे कि फिल्म रिलीज जरूर करेंगे और फिल्म ने रिलीज होने के बाद इतिहास रच दिया था.

सुभाष घई की इस फिल्म के रिलीज से पहले काफी विवाद हुआ था. उसी दौरान संजय दत्त की गिरफ्तारी के अलावा और भी अन्य कई कारणों के चलते फिल्म लंबे समय तक विवादों में फंसी रही थी. रिलीज से पहले फिल्म का सुर्खियों में छा जाने का एक बड़ा कारण फिल्म का पॉपुलर गाना ‘चोली के पीछे क्या है’ भी था. आज भी लोग इस गाने को काफी पसंद करते हैं. उस दौर में भी ये गाना काफी बड़ा हिट हुआ था. लेकिन रिलीज से पहले इसी गाने के चलते फिल्म को विवादों का सामना करना पड़ा था. हालांकि रिलीज के बाद फिल्म ने अपार सफलता हासिल की थी.

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गाने पर कई संगठनों ने जताया था विरोध
सुभाष घई की कल्ट मूवी हर मायने में बेहरतरीन साबित हुई थी. रिलीज से पहले सुभाष ने ये फिल्म कई नेताओं को भी दिखाई थी कि इसमें कुछ भी अश्लील नहीं है. 2020 में बॉलीवुड हंगामा को दिए अपने एक इंटरव्यू में सुभाष ने बताया था कि, ‘मुझे शुरुआत से पता था कि खलनायक को रिलीज के बाद बहुत सम्मान मिलने वाला है. चोली के पीछे गाने को लेकर उस दौर में बहुत बड़ा विवाद खड़ा हुआ था. मैंने ये फिल्म बड़े दिल से बनाई थी. जैसे ही फिल्म का पहला गाना चोली के पीछे रिलीज हुआ तो एक हफ्ते में एक करोड़ कैसेट बिक चुके थे. यह हाईएस्ट ग्रॉसर था. लेकिन इस गाने को लेकर बहुत से संगठन ने हमारा विरोध जताया था कि यह बहुत अश्लील गाना है.’

डिस्ट्रीब्यूटर्स ने दी थी बड़ी सलाह
जब फिल्म को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा था तो उस वक्त मेरे पास कई डिस्ट्रीब्यूटर्स के फोन आते थे कि फिल्म का नाम ‘खलनायक’ नाम मत रखिए. सुनने में ये नाम बहुत बोरिंग लगता है. ये नाम तो किसी सस्ते हिंदी उपन्यास का लगता है. मैंने जिद ठान रखी थी कि फिल्म को इसी नाम से ही रिलीज करूंगा. मैं हमेशा सबको यही कहा करता था कि फिल्म रिलीज होने दीजिए यह बड़ा नाम हो जाएगा. फिर विवाद ने भी इस फिल्म को सफल बनाने में काफी मदद की. हालांकि रिलीज से पहले ये फिल्म मैंने अश्लील कही जाने की वजह से कुछ नेताओं को भी दिखाई थी.’

बता दें कि इस फिल्म के बाद संजय दत्त की पहचान की पहचान खलनायक के नाम से भी की जाने लगी थी. फिल्म में संजय दत्त का किरदार बल्लू भी लोगों को काफी पसंद आया था. लेकिन पहले ये किरदार आमिर खान को ऑफर किया गया था. लेकिन किस्मत तो संजय दत्त का इंतजार कर रही थी. ढाई करोड़ के बजट वाली इस फिल्म ने 24 करोड़ कमाकर उस वक्त इतिहास रच दिया था.

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