गंगापुर गैंगरेप केस और सियासत: पुलिस के विरोधाभासी बयानों से उलझी कहानी

गंगापुर गैंगरेप केस और सियासत: पुलिस के विरोधाभासी बयानों से उलझी कहानी

राहुल कौशिक.

भीलवाड़ा.

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाना इलाके में एक महिला से गैंगरेप किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पीड़िता पुलिस को निर्वस्त्र हालत में मिली थी. बताया जा रहा है कि उसे कपड़े भी पुलिसकर्मियों ने दिए थे. दो दिन पहले हुई इस वारदात के बाद पुलिस के विरोधाभाषी बयानों के कारण इस केस को लेकर सूबे में सियासत जबर्दस्त तरीके से गरमाई हुई है. पीड़िता का आरोप है कि आरोपी उसका अपहरण करके ले गए थे, जबकि पुलिस का कहना है कि महिला अपनी मर्जी से आरोपियों के साथ गई थी. बहरहाल पुलिस ने इस मामले में गैंगरेप की पुष्टि करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस उप अधीक्षक गंगापुर लाभुराम ने बताया कि वारदात 9 सितंबर को हुई थी. पुलिस को गंगापुर से करीब 6 से 7 किलोमीटर दूरी पर झूमपुरा के पास एक महिला के निर्वस्त्र खड़े होने की सूचना मिली थी. इस पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और उसे स्थानीय अस्पताल पहुंचाया. पुलिस पूछताछ में महिला ने खुद के साथ अपहरण और गैंगरेप की होने की बात बताई. इस पर पुलिस ने महिला को उपचार के लिए भर्ती करवाकर आरोपियों की तलाश शुरू की.

पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में छोटू सरगरा (42) और गिरधारी गाडरी (30) को गिरफ्तार किया है. दोनों ही गंगापुर इलाके के रहने वाले हैं. पुलिस की प्रारंभिक जांच में अपरहण की बात झूठी पाई गई है. महिला ने अपने परिचित को पहले फोन करके बुलाया था. उसके बाद उसका दूसरा साथी आ गया. दोनों उसे एक खंडहर में ले गए और उससे गैंगरेप किया. गैंगरेप से घबराई महिला निर्वस्त्र ही वहां से भाग निकली. बाद में ग्रामीण ने उसे इस हालत में देखकर पुलिस को सूचना दी.

केस को लेकर इसलिए बरपा हंगामा

इस वारदात के अगले ही दिन एसआईसीसी की महासचिव प्रियंका गांधी भीलवाड़ा जिले से सटे टोंक जिले के निवाई में सभा को संबोधित करने आई थी. प्रियंका के दौरे के बाद बीजेपी ने इस मामले में सरकार पर महिलाओं के प्रति असंवेदशील होने का आरोप लगाया था. बीजेपी नेताओं का कहना था कि महिलाओं के लिए लड़ने का दम भरने वाली प्रियंका गांधी ने पीड़िता से मिलना तक मुनासिब नहीं समझा. उसके बाद इस पर सियासत गरमा गई.

पुलिस मुख्यालय ने ट्वीट कर दी यह जानकारी

इस पर पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में ट्वीट कर सफाई देते हुए अपहरण और गैंगरेप की घटना को झूठा बता दिया. पुलिस मुख्यालय का कहना था कि अपहरण और गैंगरेप की घटना झूठी और मनगंढत है. पति के डर से महिला ने यह मनगंढ़त कहानी रची थी. महिला अपनी मर्जी से आरोपियों के साथ गई थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस के बयानों पर बीजेपी ने सरकार को घेरा

वहीं इसके बाद भीलवाड़ा पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि गैंगरेप की पुष्टि हुई है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अपहरण की बात झूठी है. महिला अपने परिचित के साथ गई थी. परिचितों द्वारा जबर्दस्ती शारीरिक संबंध बनाने पर महिला वहां से निर्वस्त होकर भागी थी. महिला की ओर से पुलिस को प्रारंभ में बताए गए तथ्य जांच में गलत साबित हुए हैं. मोबाइल की जांच में स्थिति स्पष्ट हुई है. मामले पर बवाल बढ़ने पर फिर उदयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा ने भी बयान देकर पूरी स्थिति स्पष्ट की. बहरहाल इस मसले पर सियासत गरमाई हुई है. बीजेपी पुलिस के विरोधाभाषी बयानों को लेकर सरकार पर उसे दबाव में लेने का आरोप लगा रही है.

hindi.news18.com

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