गहलोत-पायलट सियासी संग्राम शांत तो सुर्खियों में कांग्रेसी मंत्री-मेयर विवाद

गहलोत-पायलट सियासी संग्राम शांत तो सुर्खियों में कांग्रेसी मंत्री-मेयर विवाद

हाइलाइट्स

खाद्य मंत्री खाचरियावास और मेरी कॉल डिटेल की जांच करवाएंगे तो सबके सामने आएगा सच- मेयर
मेयर ने जिनको लूटा,उनकी पीड़ा सुनेंगे और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे
जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर के पति सुशील गुर्जर 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए

एच. मलिक

जयपुर. राजस्थान के चुनावी साल में जहां एक ओर सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) लोकप्रिय घोषणाओं और फ्रीबी योजनाओं (Freebie Schemes) से जनता का दिल जीतने में जुटे हैं, वहीं दूसरे ओर कांग्रेस नेता (Congress leaders) और सिस्टम एक के बाद एक बीजेपी को विधानसभा चुनाव के लिए मुद्दे दे रहे हैं. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने राजस्थान की जनसभा में करप्शन के जिस मुद्दे को उठाया, कांग्रेसी मेयर को भ्रष्टाचार के चलते निलंबित (Suspend) होना पड़ा. इससे कांग्रेस में करप्शन का मुद्दा (Election Issue of Corruption) एक बार फिर सुर्खियों में हैं.

दरअसल, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पिछले दिनों जयपुर नगर निगम हेरिटेज मेयर के पति सुशील गुर्जर और उनके दो दलालों को 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था. मेयर के घर से 41 लाख की नकदी बरामद होने के बाद उन्हें भी निलंबित कर दिया.

‘भ्रष्टाचार की रैंकिंग हो तो राजस्थान होगा नम्बर-1’
बीकानेर में पीएम नरेंद्र मोदी ने जिन मुद्दों पर प्रदेश की गहलोत सरकार को घेरा था, उनमें भ्रष्टाचार भी प्रमुख था. पीएम मोदी ने गहलोत सरकार के करप्शन निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने आजकल भ्रष्टाचार में भी रिकॉर्ड बनाया है. वह चाहे 17 बड़ी परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले हों या सरकार में भ्रष्टाचार हो, अगर भ्रष्टाचार की रैंकिंग होती तो राजस्थान उसमें भी नम्बर-1 आता. पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे बीजेपी की सत्ता में वापसी करवा सकते हैं.

Rajasthan News: 21 August को मानहानि मामले में CM Ashok Gehlot पर होगा बड़ा फैसला ! Breaking News

मुनेश और उनके पति ने विश्वासघात किया- खाचरियावास
मेयर के निलंबित होने और उनके पति के रिश्वत प्रकरण ने गहलोत सरकार को घेरने के लिए बीजेपी को ताजा मुद्दा दे दिया है. भ्रष्टाचार के इस मुद्दे में मसाला सरकार के ही खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मिला दिया है. उन्होंने अपनी पार्टी की मेयर के निलंबन के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि जिस पार्टी और मुख्यमंत्री ने इन्हें यहां तक पहुंचाया, इन्होंने तो उन्हीं के साथ विश्वासघात किया. इन पति-पत्नी ने पार्टी और उस बड़े नेता की इमेज के बारे में भी नहीं सोचा. इससे बड़ा पाप नहीं हो सकता है.

मंत्री और मेरी कॉल डिटेल से सच सामने आएगा- मुनेश
बीजेपी के साथ ही अपनी पार्टी के मंत्री की इस तरह की टिप्पणी से निलंबित मेयर मुनेश गुर्जर ने भी मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि यह अफवाह फैलाई जा रही है कि सीएम के रिश्तेदार से हमने पैसे की डिमांड की. यह हमारे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया है और मैं इससे डरने वाली नहीं हूं. जो लोग आरोप लगा हैं, उनके पास सबूत भी तो होने चाहिए. हमने किसी से रिश्वत मांगी तो उसका कोई तथ्य या सबूत तो दिखाना चाहिए मनगढ़ंत आरोप लगाने से काम नहीं चलेगा. मंत्री अगर सच्चे हैं, तो उनकी और मेरी कॉल डिटेल की जांच करवा लीजिए. सबके सामने सच आ जाएगा.

चुनाव में भ्रष्ट कांग्रेसियों का चेहरा उजागर करेगी बीजेपी
कांग्रेस नेताओं की लड़ाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे को तुरंत बीजेपी ने लपक लिया है. बीजेपी जिलाध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि राजस्थान के इतिहास में आज तक ऐसी भ्रष्ट सरकार कभी नहीं देखने को मिली. पहले सरकारी कार्यालयों में सोना-पैसा मिलता रहा है और अब तो कांग्रेस की महापौर के पति भ्रष्टाचार में पकड़े गए. घर से लाखों का कैश मिला. मेयर मुनेश गुर्जर को निलंबित करने से कांग्रेस का भ्रष्टाचार छिप नहीं सकता. बीजेपी हैरिटेज निगम क्षेत्र में सभी वार्डों में सर्वे कर उन लोगों की पीड़ा सुनेगी, जिनको मेयर रहते मुनेश गुर्जर ने लूटा है. बीजेपी अगले चुनाव में सभी भ्रष्ट कांग्रेसियों का चेहरा उजागर करके रहेगी.

पहले बम ब्लास्ट की कमजोर पैरवी ने दिया मुद्दा
काबिले जिक्र है कि इससे पहले जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट केस में राज्य सरकार की कमजोर पैरवी ने बीजेपी को बैठे-बिठाए विधानसभा चुनाव के लिए मुद्दा दिया था. देश की सुरक्षा और लोगों के दिलों से जुड़े इस मुद्दे पर बीजेपी के आला नेता अभी से गहलोत सरकार को घेरने लगे हैं. बीजेपी सरकार की इस विफलता को चुनाव में भी भुनाएगी. उधर गहलोत सरकार ने कमजोर पैरवी पर तत्काल कार्रवाई करके मुद्दे को नरम करने की कोशिशें की हैं. बता दें कि 13 मई 2008 में राजधानी के परकोटे इलाके में आतंकियों ने 9 बम रखे थे. इसमें से 8 बम ब्लास्ट होने के कारण करीब 80 बेगुनाहों की जान गई थी, जबकि 185 घायल लोग हुए थे.

hindi.news18.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *