ट्रेन में गोलीबारी के बाद चर्चा में क्यों बना है RPF, क्या है इसका पावर,रुतबा?

ट्रेन में गोलीबारी के बाद चर्चा में क्यों बना है RPF, क्या है इसका पावर,रुतबा?

RPF Salary & Power: बीते सोमवार को जयपुर एक्सप्रेस में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के कांस्टेबल चेतन सिंह ने सीनियर अधिकारी समेत तीन यात्रियों को गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के पीछे कथित तौर पर जिम्मेदार RPF कांस्टेबल चेतन सिंह के मानसिक स्वास्थ्य के संबंध वाले बयान को रेलवे ने जांच लंबित रहने तक वापस ले लिया है. बुधवार (3 अगस्त) को रेलवे ने कहा था कि उन्होंने और उनके परिवार ने अपने मेडिकल मुद्दों को कार्यालय से गुप्त रखा लेकिन बाद में चल रही जांच का हवाला देते हुए बयान वापस ले लिया गया है. इस घटना के बाद से रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की हर तरफ चर्चा होनी शुरू हो गई. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.

RPF (Railway Protection Force)
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) भारत के सुरक्षा बलों में से एक है. इसका काम भारतीय रेलवे की संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा करना है. यह एकमात्र केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) है, जिसके पास नियमित राज्य पुलिस बलों के समान शक्तियां हैं. इस बल के सीनियर अधिकारियों की भर्ती सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से की जाती है. रेलवे सुरक्षा बल में अधीनस्थ अधिकारियों के लिए भर्ती बल द्वारा ही आयोजित परीक्षाओं के माध्यम से की जाती है.

रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का गठन बेहतर सुरक्षा के लिए RPF अधिनियम 1957 के तहत गठन किया गया है. RPF रेल मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और बल की प्रशासनिक व्यवस्था रेल मंत्रालय प्रशासनिक के अनुसार होती है. देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित “रेलवे सुरक्षा विशेष बल” (RPSF) की 12 बटालियनें भी बल के अंतर्गत कार्य करती हैं और रेलवे सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एक महिला बटालियन सहित तीन और RPSF बटालियन स्थापित की जा रही हैं.

आरपीएफ को ‘रेलवे संपत्ति (गैरकानूनी कब्ज़ा) अधिनियम, 1966’ के तहत चोरी, बेईमानी से दुरुपयोग और रेलवे संपत्ति के गैरकानूनी कब्जे से संबंधित अपराधों से निपटने का अधिकार है. बल को छत पर यात्रा, दलाली, महिलाओं के लिए निर्धारित डिब्बों में अनधिकृत प्रवेश, अनधिकृत वेंडिंग, अतिचार आदि से संबंधित अपराधों से निपटने के लिए रेलवे अधिनियम 1989 के तहत भी अधिकार प्राप्त हैं.

रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का काम और जिम्मेदारियां
RPF, सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) के साथ मिलकर भारतीय रेलवे के यात्रियों और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करती है. बल के कार्य निम्नलिखित हैं:
रेलवे संपत्ति की चोरी, क्षति या अवैध रूप से कब्ज़ा करने वाले लोगों को गिरफ्तार करना और उन पर मुकदमा चलाना.
संवेदनशील क्षेत्रों में यात्री ट्रेनों को सुरक्षा कवर प्रदान करना.
रेलवे परिसर तक पहुंच का नियंत्रण, सामान्य सुरक्षा और यात्रियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले परिसर का विनियमन जैसी सेवाएं प्रदान करना.
ट्रेन और यात्रियों की आवाजाही में आने वाली बाधाओं को दूर करके रेलवे यातायात की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करना.
RPF सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली का रखरखाव और देख रेख करना.
महिलाओं और बच्चों की तस्करी को रोकना और रेलवे परिसर के अंदर पाए जाने वाले निराश्रित लोगों के पुनर्वास में मदद करना.

RPF का पावर
बल को अपने कर्तव्यों का सुचारू रूप से निर्वहन करने में सक्षम बनाने के लिए निम्नलिखित पावर दी गई है:
रेलवे अधिनियम, 1890 का उल्लंघन करने वाली गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों की जांच करने, मुकदमा चलाने और गिरफ्तार करने की शक्ति है.
रेल परिवहन या यात्रियों में बाधा डालने वाले अवैध निर्माण और अतिक्रमण जैसी बाधाओं को हटाने की शक्ति है.
अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते समय स्थिति के आधार पर गैर-घातक और घातक बल का उपयोग करने की डिस्क्रीशनरी पावर है.

RPF Salary
RPF कांस्टेबलों का वेतनमान 5200/- रुपये से 20200/- रुपये और ग्रेड पे 2000/- रुपये होता है. हालांकि, वेतन की राशि उम्मीदवारों की क्लास X, कक्षा Y और कक्षा Z शहरों में पोस्टिंग पर निर्भर करती है. RPF Constable की प्राथमिक जिम्मेदारी रेलवे के कर्मचारियों के साथ-साथ यात्रियों की आंतरिक शांति और सुरक्षा बनाए रखना है. अधिकारियों को मुख्य रूप से एक कांस्टेबल के पद पर तैनात किया जाता है. अंततः, उनकी समर्पित सेवा के साथ उन्हें इंस्पेक्टर के पद पर पदोन्नत किया जाता है.

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