राहुल मनोहर/सीकर.
कोई भी जेल नहीं जाना चाहता और जेल जाकर वहां की चाय तो बिलकुल नहीं पीना चाहता है. लेकिन सीकर के ‘जेल चाय बार’ में सभी जाकर चाय पीना पसंद करते हैं. यहां जुर्माना भरकर कोई भी जेल से फ्री हो सकता है. हैरान हो गए होंगे ना आप. आप सोच रहे होंगे आखिर ऐसी कौन- सी जेल है, जहां चाय पिलाते हैं और जुर्माना भरने के बाद आजाद कर देते हैं. आइए हम बताते हैं आपको इस खास जेल के बारे में.
हम किसी वास्तविक जेल की बात नहीं कर रहे है. बल्कि हम सीकर में मौजूद जेल चाय बार की बात कर रहे हैं, जिसकी बनावट और शैली बिल्कुल जेल जैसी है. आपने बाजारों में अब तक हजारों चाय वालों की दुकान देखी होगी. कुछ युवा अब चाय को बिजनेस बनाकर काम भी कर रहे हैं. बाजार में चायवाले और चाय के अड्डों’ की खूब दुकान, स्टोल और बार हैं. जैसे कि MBA चायवाला, गुलाब जी चायवाला, भाऊ चायवाला, BA पास चायवाला, बेवफा चायवाला, पत्रकार चायवाला, इन चायवालों की बाजारो और सोशल मीडिया में खूब चर्चा भी रहती है. आपको इनकी हर बड़े शहर में स्टॉल मिल भी जाएगी. ऐसा ही एक चाय का स्टार्टअप किया है सीकर के दो भाईयों ने. यहां लोग इसे देखने और चाय पीने खींचे चले आते हैं. सीकर में “जेल चाय बार” खूब सुर्खियां बटोर रहा है.
ऐसे आया आइडिया
सीकर के दो भाई कुलदीप सैनी (35) औल कमलजीत सैनी (32) ने मिलकर जेल चाय बार के स्टार्टअप को शुरू किया है. दिनों भाइयों ने हमे बताया कि वो अक्टूबर 2022 में दोस्तों कर साथ घूमने इंदौर और उज्जैन गए थे. सीकर से जाने के बाद रात को उज्जैन में एक होटल में रुके. अगले दिन जब सुबह अपने दोस्तों के साथ चाय पीने गए तब एक चाय कैफे पर भीड़ थी लगी थी. सभी ने पास जाकर देखा तो भीड़ का कारण यह जेल की तरह दिखने वाला कैफे था. जब हम भी इस जेल कैफे में गए तो हमें भी सचमुच लगा कि हम एक जेल हो और लोग कैदियों से मिलने के लिए आएं हो. यह अनुभव बड़ा मस्त था. हम जेल में न होकर भी जेल के जैसा महसूस कर पा रहे थे.यह कैफे देखने के बाद दोनों भाइयों ने सीकर में भी इसी तर्ज का जेल चाय बार खोल ने पर विचार किया. जेल चाय बार कैफे शुरू करने की पूरी जानकारी लेने के लिए वे कैफे में गए और वहां के ऑनर से बात की.
साल 2022 में की केफे की शुरूआत
जिसके बाद कमलजीत व कुलदीप ने 9 दिसंबर 2022 को ‘जेल चाय बार’ की फ्रेंचाइजी लेकर सीकर में कैफे शुरू कर दिया. कमलजीत सैनी ने बताया कि सीकर शहर में ‘जेल चाय बार’ बनाने के पीछे उनका एक ही मकसद है शहर के लोगों को कुछ अलग आनंद देना और उन्हें कुछ अलग फील करना है. सीकर एज्युकेशन सिटी है और देशभर में पहचान रखता है. सीकर में हर साल लाखों स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए आते हैं. वो लगातार पढ़ने के बाद कुछ अच्छा महसूस करना चाहते हैं. इस थीम पर आधारित कैफे से अच्छा मजा कहा मिलेगा.
जेल, चाय और सेल्फी प्वाइंट
कुलदीप सैनी ने बताया कि सीकर में उन्होंने 30×50 वर्ग गज में ‘जेल चाय बार’ कैफे बनाया है. इस जेल चाय बार को जेल की तरह दिखाने और आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए 10 से 12 लाख रुपए खर्च हुए हैं. इसमें लोहे का जेल जैसा गेट लगाकर जेल जैसा बनाया गया है. कैफे में पांच कर्मचारियों को काम पर भी रखा है. यहां जेल चाय कुल्हड़ और कप दोनों में दी जाती है. यहां सेल्फी के लिए अलग प्वाइंट भी बनाया गया है. चाय के साथ- साथ यहां नाशता भी जेल जैसे ही परोसा जाता है. इस जेल चाय बार को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
विभिन्न वैरायटी की मिलती है चाय
कमलजीत सैनी ने बताया जेल चाय बार में बाकी सभी जगहों से अलग टेस्ट वाली 6 प्रकार की मसाले वाली चाय मिलती है. वे मशीनो से स्पेशल चाय बनाते है. इस कैफे में चॉकलेट- टी, गिंजेर- टी, चॉकलेट- टी, ब्लेक- टी,प्लेन- टी, मसाला- टी, व की वैरायटी उपलब्ध है. इसके अलावा ठंडी चाय में लेमन आइस टी, मिंट आइस टी, स्ट्रॉबेरी आइस टी व ग्रीन एपल टी भी बनाई जाती है. गर्म चाय में ब्लेक- टी को छोड़कर बाकि 5 चाय 30 रुपए की मिलती है. जबकि ब्लेक- टी का रेट 20 रुपए है. वहीं ठंडी चाय का रेट 80 रुपए है. अभी कैफे पर रोजाना 100 से 150 कफ कॉफी चाय बेच देतें है. खासकर युवाओं का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. युवा यहां आकर सेल्फी लेते है, रील्स बनातें हैं और खूब एन्जॉय करते हैं.