सोशल मीडिया पर इन दिनों 75 हार्ड फिटनेस चैलेंज ट्रेंड कर रहा है। लोग वर्कआउट करते हुए, किताब पढ़ते हुए #75HARD लिखकर फोटो डाल रहे हैं। इस चैलेंज के बारे में आज डिटेल में जानेंगे एक्सपर्ट से।
सवाल: क्या है 75 हार्ड चैलेंज?
जवाब: यह एक फिजिकल और मेंटल फिटनेस चैलेंज है। इसमें लाइफ को ट्रांसफॉर्म करने दावा किया जाता है। सप्लीमेंट बनाने वाली एक अमेरिकी कंपनी के मालिक एंडी फ्रिसेला ने इस चैलेंज को बनाया था।
इसमें 5 रूल्स को 75 दिन तक फॉलो करना होता है। अगर एक भी दिन कोई रूल टूटता है तो चैलेंज दोबारा शुरू करना पड़ता है।
नीचे लगे क्रिएटिव से इस चैलेंज के रूल्स को समझते हैं…

सवाल: इस चैलेंज के क्या फायदे हैं?
जवाब: चैलेंज बनाने वाले एंडी फ्रिसेला के हिसाब से ये केवल एक फिटनेस चैलेंज नहीं है बल्कि एक ट्रांसफॉर्मेटिव मेंटल टफनेस प्रोग्राम है। जिसके फिजिकल हेल्थ के साथ साइकोलोजिकल फायदे भी हैं।
साइकोलॉजिकल फायदे
- सेल्फ इस्टीम डेवेलप होता है।
- डिसिप्लिन लाता है।
- कॉन्फिडेंस बढ़ाता है।
फिजिकल फायदे
- वजन बढ़ाने या घटाने में मदद करता है।
- शरीर की ताकत बढ़ती है।
- स्टेमिना बूस्ट होता है।
- इम्यूनिटी बढ़ती है।
सवाल: इस चैलेंज से कोई नुकसान भी हो सकता है क्या?
जवाब: यह समझना सबके के लिए जरूरी है कि 75 हार्ड चैलेंज को एंडी फ्रिसेला ने अपने लिए और अपने मुताबिक बनाया था। इसके पीछे कोई साइंटिफिक रिसर्च नहीं है। बिना पूरी जानकारी या गलत तरीके की वजह से इस चैलेंज से कई नुकसान भी हो सकते हैं।

सवाल 4: क्या ये चैलेंज लेना सेफ है?
जवाब: अगर अपने शरीर की जरूरत के हिसाब से डाइट ली जाए और क्षमता के हिसाब से एक्सरसाइज की जाए, तो यह चैलेंज बिल्कुल सेफ है।
लेकिन क्षमता से ज्यादा वर्कआउट करने, गलत डाइट लेने, शरीर को आराम न देने से शरीर को उल्टा नुकसान भी हो सकता है।
जरूरी बात: यह चैलेंज शुरू करने से पहले डाइटिशियन और फिटनेस ट्रेनर से कंसल्ट करना न भूलें।
सवाल: चैलेंज के दौरान कौन-सी सावधानियां रखनी चाहिए?
जवाब: लोग अक्सर चैलेंज में ओवर कॉम्पिटेटिव हो जाते हैं। ऐसा करने से नुकसान आपका होगा।
75 हार्ड को करते समय 5 गलतियां करने से बचना चाहिए…
- ओवर वर्कआउट न करें।
- वर्कआउट करते समय सही टेकनीक फॉलो करें, इससे इंजरी का खतरा कम हो जाता है।
- पानी रूक-रूककर पिएं, एकबार में खूब सारा पानी न पिएं।
- डाइट में सभी न्यूट्रिशन को शामिल करें।
- शरीर को प्रॉपर रेस्ट देना चाहिए।
सवाल: किन लोगों को यह चैलेंज नहीं करना चाहिए?
जवाब: सर्टिफाइड ट्रेनर और न्यूट्रिशियन कोच स्टेफनी थोमस के मुताबिक, 75 हार्ड उन लोगों के लिए सही नहीं है जो पहले से फिजिकली एक्टिव नहीं हैं।
हार्ट पेशेंट्स, डायबिटीज या कोई खतरनाक बीमारी के पेशेंट्स को यह चैलेंज नहीं लेना चाहिए।
सवाल: चैलेंज के साथ टाइम मैनेज कैसे करें?
जवाब: यह चैलेंज रोज डेढ़ घंटे के वर्कआउट और आधे घंटे के रीडिंग टाइम की डिमांड करता है। डेली बिजी लाइफ के साथ चैलेंज के लिए टाइम मैनैज करना मुश्किल होता है।
सवाल: चैलेंज खत्म होने के बाद क्या फायदा होगा?
जवाब: चैलेंज के खत्म होने तक किताबों के 750 पेज पढ़ चुके होंगे। बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन को रोज खींची फोटोज के जरिए देख सकते हैं। बैलेंस डाइट से बॉडी डिटॉक्स हो चुकी होगी और किसी भी टास्क को पूरा करने का कॉन्फिडेंस आ जाएगा।
ये थे हमारे एक्सपर्ट
- डॉ. अंजू विश्वकर्मा, डाइटीशियन, भोपाल
- डॉ. रजा मलिक,डायबिटीज, बीपी, थायराइड स्पेशलिस्ट, डायबिटीज सेंटर, भोपाल
*ये स्टोरी दैनिक भास्कर के फेलोशिप प्रोग्राम में शामिल समग्र शर्मा ने लिखी है।
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Post Credit : – www.bhaskar.com