कुत्ते ने काटा, बच्चे की तड़प-तड़पकर मौत: जानिए कितना खतरनाक है रेबीज, कैसे फैलता है और क्या है इलाज

कुत्ते ने काटा, बच्चे की तड़प-तड़पकर मौत: जानिए कितना खतरनाक है रेबीज, कैसे फैलता है और क्या है इलाज

गाजियाबाद में 14 साल के बच्चे साबेज को डेढ़ महीने पहले कुत्ते ने काटा था। पापा-मम्मी से डांट न पड़े, इस डर से उसने ये बात अपने घर वालों से नहीं बताई थी।

उसके बाद 1 सितंबर को साबेज अचानक से अजीब हरकतें करने लगा। जिसके बाद पेरेंट्स ने डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि उसे रेबीज हो गया है। साबेज की हालत हर घंटे बिगड़ रही थी। AIIMS समेत तमाम बड़े अस्पतालों ने इसे लाइलाज घोषित कर दिया। साबेज ने एम्बुलेंस में तड़प-तड़पकर अपने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया।

बीते दिनों भी कुत्ते के काटने के कई मामले सामने आए हैं। कुत्ते के काटने पर इग्नोर करना वाकई में जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे में आज जरूरत की खबर में जानेंगें कि कुत्ते के काटने पर कितनी देर में इन्जेक्शन लगवा लेना चाहिए। ये रेबीज क्या है, इसके क्या लक्षण हैं, और क्या है लाइलाज बीमारी है?

डॉ. जोतिंदर खन्ना, सीनियर कंसल्टेंट, कैलाश अस्पताल, नोएडा

सवाल: कुत्ते के काटने के कुछ दिनों बाद साबेज कैसी हरकतें कर रहा था?

जवाब: साबेज को हवा और पानी से डर लगने लगा। वो अंधेरे में रहना पसंद करने लगा था और तेज आवाज निकालने लगा था। हाथ-पैर में ऐठने लगता था।

सवाल: कुत्ते के काटने पर होने वाली रेबीज बीमारी क्या है, इसके क्या लक्षण होते हैं?

जवाब: ये रेबीज नाम के वायरस के कारण होने वाली बीमारी है। रेबीज का वायरस इन्फेक्टेड जानवर की लार में रहता है।

रेबीज कुत्ते, बिल्ली, बंदर या चमगादड़ से फैल सकता है। लेकिन रेबीज के 90 प्रतिशत से ज्यादा मामले कुत्ते के काटने से ही आते हैं। जब व्यक्ति इस वायरस से इन्फेक्टेड हो जाता है तो उसे रेबीज बीमारी हो जाती है।

रेबीज के लक्षणों को नीचे पॉइंट्स से समझते हैं।

क्रिएटिव-1

कुत्ते के काटने पर दिखें 10 लक्षण, रेबीज होने का संकेत

  • शरीर में तेज दर्द होना
  • काटने वाली जगह पर झुनझुनी
  • बुखार आना
  • चिड़चिड़ापन होना
  • लकवा मार देना
  • लार या आंसू ज्यादा बहना
  • तेज आवाज से गुस्सा आना
  • बोलने में तकलीफ होना
  • किसी पर भी हमला कर देना
  • हवा और पानी से डर लगना।

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सवाल: क्या रेबीज का कोई इलाज है?

जवाब: रेबीज से संक्रमित होने के बाद इसका कोई इलाज अबतक नहीं है। रेबीज के मामले में जानकारी ही सबसे अच्छा बचाव है।

सवाल: बहुत से लोग कहते हैं कि अगर कुत्ते ने काट लिया, तो कुत्ते की तरह ही भौंकने लगोगे। इस बात में कितनी सच्चाई है?

जवाब: डॉ. जोतिंदर खन्ना- जब रेबीज किसी कुत्ते को होता है, तो वो आक्रामक हो जाता है। इंसान में भी यही लक्षण दिखाई देते हैं। इसलिए ऐसा लोग कहते हैं। हालांकि, ऐसा कुछ भी नहीं है कि आप कुत्ते की तरह भौंकने लगेंगे।

सवाल: रेबिज संक्रमित कुत्ते ने किसी इंसान को शरीर के किस हिस्से में काटा है, क्या इससे कोई फर्क पड़ता है?

जवाब: डॉ. जोतिंदर खन्ना- जी बिल्कुल पड़ता है। अगर कुत्ते ने किसी इंसान के सिर, गले या फेस के हिस्से में काटा है, तो रेबीज फैलने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। क्योंकि रेबीज का वायरस सीधे दिमाग पर असर करता है, और अगर सही समय पर एंटी रेबीज वैक्सीन नहीं लगवाई गई, तो 8-10 दिन में कुत्ते और इंसान दोनों की मौत हो जाती है।

इसके अलावा आजकल फर्क इस बात से भी पड़ता है कि कुत्ते ने कितनी गहराई से काटा है यानी शरीर के किसी भी हिस्से में कितने अंदर तक काटा है। ज्यादा अंदर तक काटा है, तो वायरस जल्दी शरीर के अंदर फैलेगा।

सवाल: क्या जानवरों को भी रेबीज हो सकता है?

जवाब: हां बिल्कुल, अगर इन्फेक्टेड जानवर किसी दूसरे जानवर को काट लेता है तो उसे भी रेबीज सकता है।

सवाल: जानवरों में रेबीज के क्या लक्षण हैं?

जवाब:

  • उसे निगलने में परेशानी हो सकती है।
  • ज्यादा लार बहती है।
  • आक्रामक हो जाता है।
  • उसे लकवा हो सकता है।
  • जानवर सुस्त दिखाई देता है।
  • पेट्स को रेबीज है या नहीं,इसका पता लैब में उसकी लार व टिश्यू की जांच से चलता है।

सवाल: कितने डोज वाली एंटी रेबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए?

जवाब: डॉ. जोतिंदर खन्ना- वैक्सीन अलग-अलग टाइप और ब्रांड की होती है। उसके मुताबिक अलग-अलग डोज होते हैं। सामान्य तौर पर 1 एमएल या 2 एमएल की डोज होती है। आप जिस डॉक्टर से ट्रीटमेंट करवाएंगे, वो मरीज की उम्र, कुत्ते के काटने की जगह, काटे हुए कितना टाइम हुआ है, मरीज की क्या स्थिति है। इन सब बातों का ख्याल रखते हुए तय करेंगे कि कितने डोज की वैक्सीन लगानी है। वैक्सीन लगवाने का शेड्यूल भी आपका डॉक्टर ही तय करेगा।

रेबीज के वैक्सीन का कोर्स 6 इंजेक्शन का होता है

पहला टीका कुत्ता काटने वाले दिन

दूसरा सात दिन के बाद

तीसरा 14 दिन पर

चौथा 28वें दिन

पांचवां 30वें दिन

छठा 3 महीने पर लगता है।

नोट- आपको कितने डोज लगेंगे, इस बात का डिसीजन डॉक्टर का होगा। छठा टीका ऑप्शनल होता है। यह टीका लगवाने पर व्यक्ति पूरे एक साल से रेबीज से मुक्त हो जाता है।

सवाल: कुत्ता काट ले तो सबसे पहले क्या करना चाहिए?

जवाब: कुत्ता काट ले तो घबराएं नहीं, ये चीजें करें-

क्रिएटिव-2

कुत्ता काट ले तो घबराएं नहीं, तुरंत करें 5 काम

  • कुत्ते के काटने पर अगर आपको मामूली सी चोट आई है या फिर खरोंच है तो सबसे पहले चोट को साफ पानी से धो लें।
  • वायरस फैलने से रोकने के लिए आप एंटी बैक्टीरियल क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • घाव अगर कम है तो आप पट्टी या कपड़ा न बांधें। खुला रहने दें।
  • खून बह रहा है या मांस दिख रहा है तो पट्टी जरूर बांधें।
  • जितनी जल्दी से जल्दी या 24 घंटे के अंदर डॉक्टर को दिखाएं और इन्जेक्शन लगवाएं।

सवाल: रेबीज का वायरस शरीर पर क्या असर डालता है?

जवाब: वायरस शरीर में आने के बाद सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर अटैक करता है और 3 से 12 हफ्ते में ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड तक पहुंच जाता है। ब्रेन में पहुंचकर वायरस तेजी से बढ़ता है। इसके बाद मरीज को लकवा मार सकता है, वह कोमा में जा सकता है और आखिर में मौत हो जाती है। कभी-कभी रेबीज के लक्षण दिखने में एक साल या उससे अधिक समय भी लग जाता है।

सवाल: रेबीज से बचने के लिए क्या सावधानियां रखनी चाहिए?

जवाब: इसे नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं।

नहीं होगा रेबीज, बरतें 5 सावधानियां

  • पेट्स को रेबीज का टीका लगवाएं।
  • कुत्ते के काटने के 24 घंटे के अंदर रेबीज की पहली डोज लगवा लें।
  • आवारा और जंगली जानवरों से दूर रहें।
  • किसी जानवर का व्यवहार अजीब लगे, तो उससे दूर रहें।
  • रेबीज और डॉग बाइट के प्रति जागरूकता फैलाएं।

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सवाल: स्ट्रीट डॉग्स की शिकायत कहां कर सकते हैं?

जवाब: स्ट्रीट डॉग्स की शिकायत करने के लिए आप अपने शहर की नगर निगम समेत कुछ एनजीओ में कर सकते हैं। एनजीओ रेस्क्यू कर कुत्ते को वैक्सीनेट करते हैं।

सवाल: क्या पालतु डॉग्स की भी शिकायत कर सकते हैं?

जवाब: पालतू कुत्ते के काटने पर कुत्ते को सजा नहीं होगी। IPC की धारा 289 के मुताबिक, कुत्ते के मालिक या मालकिन को सजा होगी।

ज्यादा से ज्यादा 6 महीने की जेल या 1 हजार रुपए का जुर्माना या दोनों हो सकती है।

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Post Credit : – www.bhaskar.com

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